अब पूरी तरह भारत में बनेगा न्यूमोनिया का टीका, DCGI ने दी मंजूरी
नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी सूचना के अनुसार अब देश में निर्मित टीके से न्यूमोनिया का मुकाबला किया जाएगा। यह फेफड़े से संबंधित बीमारी है, जिसमें मरीज को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है। वैश्विक स्तर पर बात करें तो 450 मिलियन लोग इस बीमारी से ग्रस्त होते हैं। जिनमें लगभग 4 मिलियन लोगों की मृत्यु हो जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि निमोनिया वैक्सीन की निर्माता कंपनियां विदेश की रही हैं जिसके कारण अब तक वैक्सीन की आपूर्ति विदेश से होती रही है।
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पहली बार अब देश में ही यह वैक्सीन बनायी जायेगी और डीसीजीआई ने इसके निर्माण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को मंजूरी दी है। पुणे की इसी कंपनी ने पहली पूर्ण रुप से स्वदेश निर्मित निमोनिया की वैक्सीन बनायी है। कंपनी को डीसीजीआई ने पहले इस वैक्सीन के लिए भारत में पहले, दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी दी थी। कंपनी ने भारत के अलावा गैम्बिया में भी इसका परीक्षण किया है। कंपनी ने परीक्षण के आंकड़े के साथ इसके निर्माण के लिए डीसीजीआई के समक्ष आवेदन अर्जी दी थी जिसे 14 जुलाई को मंजूरी दे दी गयी।
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