भारत ने WHO की कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों पर जताई निराशा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उठाए सवाल
जिनेवा, 24 मई: भारत ने सोमवार को 75वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में डब्ल्यूएचओ द्वारा कोविड-19 से हुई मौतों को लेकर रिपोर्ट पर निराशा जताई है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि, भारत और अन्य देशों द्वारा व्यक्त की गई चिंता की अनदेखी करते हुए जिस तरह से डब्ल्यूएचओ द्वारा अधिक मृत्यु दर पर रिपोर्ट तैयार और प्रकाशित की गई थी उस पर भारत अपनी निराशा व्यक्त करना चाहता है।
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मंडाविया ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण परिषद, एक संवैधानिक निकाय है जिसमें भारत के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों का प्रतिनिधित्व है। उसने एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया जिसमें मुझे इस संबंध में उनकी सामूहिक निराशा और चिंता व्यक्त करने के लिए कहा गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि जैसा कि भारत के प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया है, टीकों और दवाओं तक समान पहुंच को सक्षम करने के लिए एक लचीला वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बनाने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, टीकों और चिकित्सा विज्ञान के लिए डब्ल्यूएचओ की अनुमोदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और अधिक लचीला वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा बनाने के लिए डब्ल्यूएचओ को मजबूत करने की आवश्यकता है। एक जिम्मेदार सदस्य के तौर पर भारत इन प्रयासों में अहम भूमिका निभाने को तैयार है।
बता दें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान था कि पिछले दो वर्षों में लगभग 1.5 करोड़ लोगों ने या तो कोरोना वायरस से या स्वास्थ्य प्रणालियों पर पड़े इसके प्रभाव के कारण जान गंवाई है। विभिन्न देशों द्वारा मुहैया कराए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 60 लाख मौत के दोगुने से अधिक है।इनमें से ज्यादातर मौतें दक्षिण पूर्व एशिया, यूरोप और अमेरिका में हुईं। वहीं भारत में ये आंकड़ा 47 लाख है। ये संख्या आधिकारिक आंकड़ों से करीब 10 गुना ज़्यादा है।
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नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने भारत में कोरोना से मौतों पर डब्ल्यूएचओ के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा है कि जब पहले से ही भारत के पास कोरोना से हुईं मौतों का आंकड़ा मौजूद है, ऐसी स्थिति में उस मॉडल को तवज्जो नहीं दी जा सकती जहां पर सिर्फ अनुमान के मुताबिक आंकड़े जारी किए गए हों। उन्होंने कहा कि हम अपने लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा अपनाई जाने वाली कार्यप्रणाली से सहमत नहीं हैं।