माल्या और ललित मोदी समेत 60 वांटेड के प्रत्यर्पण की बढ़ी उम्मीदें
पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे के बीच द्विपक्षीय वार्ता में इस बात पर सहमति बनी की भगोड़ों और आरोपियों को कानून से बचने नहीं दिया जाएगा।
नई दिल्ली। विजय माल्या, ललित मोदी और क्रिस्टीन मिशेल समेत करीब 60 वांटेड आरोपियों के भारत प्रत्यर्पण का मुद्दा भारत ने ब्रिटेन के सामने रखा है। माना जा रहा है कि जल्द ही इन आरोपियों को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है।
माल्या और ललित मोदी के प्रत्यर्पण के आसार
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे तीन दिन के दौरे पर भारत आई हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता हुई जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
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इस दौरान भारत से भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड डील के कथित बिचौलिए क्रिस्टीन मिशेल समेत 60 वांछितों के प्रत्यर्पण को लेकर चर्चा की गई, जिससे उनके खिलाफ न्यायिक कार्रवाई की जा सके।
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत और ब्रिटेन के गृह सचिव स्तर पर सालाना रणनीतिक बातचीत पर सहमति बनी है, जिससे आतंकवाद समेत वीजा-आव्रजन और दूसरे मुद्दों से साझा रूप से निपटाया जा सके।
ब्रिटेन की पीएम संग नरेंद्र मोदी ने की द्विपक्षीय वार्ता
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत के 60 वांछितों की लिस्ट सौंपे जाने के बाद ब्रिटेन की ओर से भी 17 ऐसे लोगों की सूची सौंपी गई है जिन्हें पारस्परिक कानूनी सहायता संधि के तहत अपनी कस्टडी में लिया जा सके।
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बता दें कि शराब कारोबारी विजय माल्या पर विभिन्न बैंकों के 9 हजार करोड़ रुपये लेकर ब्रिटेन भाग चुके हैं। माना जा रहा है कि विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो सकता है।
प्रत्यर्पण को लेकर दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच खास चर्चा
वहीं आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी भी भारत के कानून से बचकर विदेश में हैं। वहीं 3600 करोड़ के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में क्रिस्टीयन मिशेल पर बिचौलिए का आरोप है। इनके प्रत्यर्पण पर भी जल्द फैसला लिया जा सकता है।
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पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे के बीच द्विपक्षीय वार्ता में इस बात पर सहमति बनी की भगोड़ों और आरोपियों को कानून से बचने नहीं दिया जाएगा।
इस दौरान प्रत्यर्पण को लेकर जरूरी सहमति बनाने के लिए दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बैठक के निर्देश दिए गए।