Karnataka floor test: निर्दलीय विधायकों ने फिर बदला पाला, पहले BJP अब कांग्रेस
बेंगलुरु। कर्नाटक में आज शाम चार बजे येदुरप्पा सरकार को अपना बहुमत साबित करना होगा। जहां बीजेपी लगातार अपने संख्या पूरी होने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस-जेडीएस का दावा है कि उनके पास 118 विधायकों का समर्थन है। इन 118 विधायकों में दो निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। कर्नाटक के सत्ता संग्राम में इन दोनों निर्दलीय विधायकों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पहले निर्दलीय विधायक आर शंकर और एच नागेश को बीजेपी के खेमे में माना जा रहा था। लेकिन पासा उस समय पलट गया जब वे कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में उनके साथ देखे गए थे।
आर शंकर ने 16 मई को बीजेपी को समर्थन देने की घोषणा की थी
शनिवार को हैदराबाद से बेंगलुरु पहुंची कांग्रेस विधायकों की बस में भी इन दोनों निर्दलीय विधायकों को देखा गया था। इससे साफ हो रहा है कि ये दोनों निर्दलीय विधायक कांग्रेस की तरफ से विधानसभा में जाएंगे। आपको बता दें कि आर शंकर 16 मई की सुबह बीजेपी को समर्थन देने की घोषणा करते हुए पार्टी नेता बीएस येदियुरप्पा के आवास पर देखे गए थे। वहीं शाम को कर्नाटक कांग्रेस के दफ्तर में नजर आए और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पक्ष में समर्थन की घोषणा कर दी। शंकर कर्नाटक की रानेबेन्नूर विधानसभा सीट से जीते हैं।
एच नागेश कांग्रेस के समर्थन से जीते थे चुनाव
वहीं दूसरे निर्दलीय विधायक एच नागेश मुलगाबल विधानसभा सीट से हैं। वह कांग्रेस के कार्यकर्ता थे और इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने अपने एमएलए जी मंजूनाथ को ही दोबारा टिकट दे दिया। हालांकि बाद में कर्नाटक हाई कोर्ट ने पाया कि मंजूनाथ ने अपनी जाति के बारे में झूठ बोला है, सो उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई। जिसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरे नागेश को कांग्रेस ने समर्थन दिया था।
नागेश ने दिया था कुमारस्वामी को समर्थन
नागेश ने 16 मई को कुमारस्वामी ने इस धड़े की तरफ से जब राज्यपाल को अपना समर्थन पत्र सौंपा तो उसमें 117 विधायकों के नाम थे। माना जाता है कि उनमें से एक नाम नागेश का था। अब देखने यह दिलचस्प होगा कि आज सत्ता का सेहरा किस पार्टी को बंधेगा।