कर्नाटक में कोरोना की दूसरी लहर के बीच गहराता ऑक्सीजन का संकट, 54 फीसदी से भी पार पहुंची मांग
बेंगलुरु, अप्रैल 25। कर्नाटक में कोरोना की दूसरी लहर का कहर इन दिनों बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है। राज्य के अंदर बढ़ते संक्रमित मरीजों की संख्या की वजह से ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ती जा रही है और धीरे-धीरे ऑक्सीजन का संकट गहरा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के अंदर कोरोना की पहली लहर में ऑक्सीजन की मांग 41.5 प्रतिशत थी, जो दूसरी लहर में 54.5 फीसदी को भी पार कर गई है। शनिवार को राज्य में कोरोना के नए मरीजों की संख्या 29,438 थी, जिसके बाद कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 13 लाख को पार कर गई।
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नॉन ICU बेड में हो रही है ऑक्सीजन की कमी
इसके अलावा राज्य के अंदर कोरोना के जितने भी एक्टिव केस हैं, उनमें से 1280 मरीज गंभीर हालत में हैं और इनका इलाज ICU में चल रहा है। इन मरीजों को तो ऑक्सीजन मिल जाती है, लेकिन नॉन-आईसीयू बेड के मरीजों को ऑक्सीजन बेड की जरूरत पड़ती है, क्योंकि उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है। अभी तक कई मामले ऐसे सामने आ चुके हैं, जहां मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही।
बेंगलुरू में पांच गुना बढ़ी ऑक्सीजन की मांग
राजधानी बेंगलुरु में तो हालात बहुत बद्तर हैं। ये शहर ऑक्सीजन त्रासदी के केंद्र के रूप में उभर रहा है। इसकी वजह ये है कि यहां पर संक्रमित मरीजों की संख्या में हर रोज इजाफा हो रहा है। शनिवार को बेंगलुरु में कोरोना के 17342 नए मरीज मिले, जिसके बाद यहां कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 6 लाख 32 हजार को पार कर गई। बेंगलुरू के कुछ टॉप अस्पतालों के डॉक्टरों का कहना है कि शहर में ऑक्सीजन की मांग पांच गुना तक बढ़ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि हम उस स्थिति से डर रहे हैं, जब संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के मुकाबले ऑक्सीजन की मांग को हम पूरा नहीं कर पाएंगे।
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