अरुणाचल के मिराम तारोन को चीनी सेना ने अगवा कर दिए थे बिजली के झटके, हाथ-पैर बांधकर की थी पिटाई
नई दिल्ली, 02 फरवरी। अरुणाचल प्रदेश के महज 17 साल के मिराम तारोन चीन की पीपुल्स लिबरेशन ऑर्मी ने कुछ दि पहले बंधक बना लिया था। चीन के चंगुल से छूटने के बाद मिराम ने चीनी सेना की दरिंदगी को सबके सामने उजागर किया। मिराम ने बताया कि उसे चीनी सैनिकों ने बांधकर रखा था और वो मुझे बिजले के झटके देते थे। बता दें कि मिराम को 27 जनवरी को चीनी सेना ने छोड़ा था, 9 दिन चीनी सैनिकों ने मिराम को बंधक बनाकर रखा था। मिराम ने बताया कि, उन लोगों ने मेरे हाथ बांध दिए थे, फिर मुझे घने जंगल में ले गए। पहले दिन उन्होंने मुझे यातनाएं दी, मुझे बिजली के झटके दिए। लेकिन उसके बाद अगले दिन उन्होंने मेरे साथ यह नहीं किया।
मिराम तारोन 18 जनवरी को लापता हो गया था, उसे भारत-चीन सीमा से पीएलए ने बंधक बना लिया था। हाल ही में भारतीय सेना ने मिराम को उसके परिवार को सौंप दिया है। जिसके बाद ट्यूटिंग गांव में ग्रामीणों ने मिराम का जबरदस्त स्वागत किया था। तारोन ने कहा कि वह अपने दोस्तों के साथ शिकार पर गया था तभी चीनी सेना ने उसे पकड़ लिया। शुरुआत में मैं समझ नहीं सका ये वो भारतीय सैनिक हैं या चीनी। मुझे पकड़ने के बाद बांध दिया गया, बाद में मेरे हाथ में हथकड़ी लगा दी गई और मेरे चेहरे पर कपड़ा डाल दिया गया। फिर मुझे चीनी कैंप ले जाया गया। तोरान ने दावा किया है कि चीनी सैनिकों ने उसे पीटा भी है, हालांकि मुझे खाना-पानी दिया गया था।
गौर करने वाली बात है कि 19 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश से भाजपा सांसद तापिर गाओ ने कहा था कि पीएलए ने 17 साल के लड़के को अपर सियांग जिले से अगवा कर लिया है। बाद में कांग्रेस विधाय निनोंग इरिंग ने भी यही बात दोहराई और कहा कि घटना की इलाके के एसपी ने पुष्टि की है। जानकारी मिलने के बाद भारतीय सेना ने तुरंत पीएलए से संपर्क किया। हॉटलाइन के जरिए जानकारी दी गई कि लड़का औषधि बटोर रहा था और शिकार कर रहा था इस दौरान वह अपना रास्ता भटक गया था।