जानिए किन नियमों के तहत विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान से आ रहे हैं भारत वापस
अमृतसर। अब से कुछ घंटों बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान देश में होंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को शाम करीब चार बजे उन्हें देश भेजने का ऐलान किया। अभिनंदन की वापसी की खबर सुनकर पूरा देश झूम रहा है। पिछले 48 घंटों में देश को एक नया हीरो मिला है और इस नायक पर पूरे देश को नाज है। विंग कमांडर अभिनंदन के माता पिता एयर मार्शल (रिटायर्ड) एस वर्तमान और मां शोभा वर्तमान चेन्नई से गुरुवार शाम को रवाना हो गए थे। इस समय वह अमृतसर में हैं। आखिर वह कौन सी प्रक्रिया है जिसके तहत अभिनंदन को पाकिस्तान से देश वापस लाया जाएगा। आइए आज हम आपको बताते हैं कि जब कोई भारतीय सैनिक पाकिस्तान यानी दुश्मन देश में पकड़ लिया जाता है तो उसकी वापसी कैसे होती है।
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रेड क्रॉस सोसायटी का जिम्मा
भारत और पाकिस्तान दोनों ही जेनेवा कनवेंशन के हस्ताक्षरकर्ता है। जैसे ही इमरान खान ने उनकी वापसी का ऐलान किया, पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस (आईसीआरसी) पर अभिनंदन की वापसी की जिम्मेदारी आ गई। विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान के मिलिट्री ऑफिसर्स रावलपिंडी से लेकर लाहौर गए। यहां पर ज्यूडीशियल कमीशन ऑफ पाकिस्तान (जेसीपी) को सौंपा गया। शुक्रवार दोपहर विंग कमांडर अभिनंदन आईसीआरसी के जिम्मे आ गए। यहां पर रेड क्रॉस के डॉक्टरों ने उनका मेडिकल चेक-अप किया। इसके बाद उन्हें भारतीय राजनयिकों के हवाले कर दिया गया।
भारत में होगा मेडिकल चेकअप
भारतीय अधिकारी जिसमें डॉक्टर भी होते हैं, उन्होंने भी विंग कमांडर अभिनंदन का मेडिकल चेकअप किया। चेक अप पूरा होने के बाद और हर तरह की जांच हो जाने के बाद आईसीआरसी उन्हें लाहौर से लेकर अमृतसर स्थित वाघा अटारी बॉर्डर पर लाएगी। यहां पर अभिनंदन को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ को सौंपा जाएगा। बीएसएफ उन्हें एयरफोर्स के हवाले करेगी और फिर वह अमृतसर से दिल्ली आएंगे। दिल्ली में अभिनंदन का फिर से मेडिकल चेक अप होगा। उनसे इंटेलीजेंस और सिक्योरिटी ऑफिसर कुछ जरूरी सवाल भी पूछेंगे।
आठ दिन बाद भारत आए थे नचिकेता
साल 1999 में जब पाकिस्तान ने फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता को बंदी बना लिया था तो उस समय भी रेड क्रॉस सोसायटी ही उन्हें देश वापस लेकर आई थी। के नचिकेता को आठ दिन बाद पाकिस्तान ने रिहा किया था और उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया था। अभिनंदन के पिता को इस बात की चिंता थी कि पाक सैनिकों ने उनके बेटे को टॉर्चर न किया हो।