हार के जीतने वाले को बाजीगर नहीं भाजपा कहते हैं
बिहार में तोड़फोड़ के बाद भाजपा का अगला निशाना हैं दक्षिण के राज्य, 2019 के चुनावों को देखते हुए पार्टी पूरी ताकत झोंकने की करेगी कोशिश
पटना। अगर आप फिल्में देखने के शौकीन हैं और आपको शाहरुख खान पसंद हैं तो आपको उनकी फिल्म बाजीगर का वह डॉयलॉग भी याद होगा, जिसमें वह कहते हैं कि हार के भी जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं। लेकिन मौजूदा समय की राजनीति में यह डॉयलॉग भारतीय जनता पार्टी पर काफी फिट बैठता है। जी हां जिस तरह से पहले गोवा, फिर मणिपुर और अब बिहार में भाजपा सरकार बनाने में सफल रही है उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि हार के भी जीतने वाले को भाजपा कहते हैं।
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70 फीसदी आबादी पर भाजपा का शासन
भारतीय जनता पार्टी मौजूदा समय में देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हैऔऱ उसका देश की 50 फीसदी की आबादी पर राज है, ऐसे में अगर उसके सहयोगियों को मिला लिया जाए तो देश की 70 फीसदी आबादी पर भाजपा का शासन है। बिहार में सरकार बनाने के बाद पार्टी के दिग्गज नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि हमारी पार्टी का अगला टार्गेट कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश है। उन्होंने कह कि हम यहां दो तिहाई वोट से जीतकर सरकार बनाएंगे। उन्होंने साफ किया है कि हमारा लक्ष्य है भ्रष्टाचार और कांग्रेसमुक्त भारत, आने वाले समय में आपको देश के किसी भी हिस्से में पंजे का निशान देखने को नहीं मिलेगा।
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10 राज्यों में अकेले दम पर भाजपा
बिहार में सरकार बनाने के साथ ही भाजपा देश के 18 राज्यों में अपनी सरकार बनाने में सफल रही है, लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि दस राज्यों में भाजपा की अकेले की सरकार है जबकि आठ राज्यों में गठबंधन की सरकार है। लेकिन बिहार के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रहा है। दिल्ली में हार के बाद बिहार की हार ने पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया था। लेकिन नीतीश की अगुवाई में पार्टी एक बार फिर से यहां गठबंधन की सरकार बनाने में सफल हुई है।
हिमाचल कर्नाटक पर नजर
इस साल के अंत में ना सिर्फ हिमाचल प्रदेश बल्कि कर्नाटक और गुजरात में भी चुनाव होने हैं। हालांकि पार्टी को उम्मीद है कि वह गुजरात में आसानी से जीत हासिल कर लेगी, लेकिन उसके लिए बड़ी चुनौती है हिमाचल और कर्नाटक, दोनों ही राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में अगर भाजपा इन दोनों राज्यों को जीतने में सफल होती है तो कांग्रेस देश के सभी बड़े राज्यों में अपनी सरकार खो देगी।
दक्षिण पर भाजपा की नजर
दक्षिण की राजनीति को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित किया है। आंध्र प्रदेश में भाजपा के समर्थन से टीडीपी की सरकार है, ऐसे में पार्टी यहां भी अपने पैर मजबूत करना चाहती है। जबकि तमिलनाडु में जयललिता की मृत्यु के बाद पार्टी में जिस तरह से फूट सामने आई है कि उसे पार्टी भुनाने की कोशिश कर रही है।