शंकर सिंह वाघेला ने किया कुछ ऐसा कि शुरू नहीं हो पाई राज्यसभा चुनाव की गिनती
नई दिल्ली। गुजरात में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव मंगलवार को वोट डाले गए। यहां भारतीय जनता पार्टी से अमित शाह, स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह राजपूत मैदान में हैं तो वहीं कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल चुनाव लड़ रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस से अलग हुए शंकर सिंह वाघेला ने वोट देने के बाद भाजपा के एजेंट को अपना वोट दिखा दिया जिसके बाद कांग्रेस ने हंगामा शुरु कर दिया। इसी हंगामे के चलते मतगणना देरी से शुरु हुई। आपको बता दें कि चुनाव का परिणाम शाम 7 बजे तक आना था।
गौरतलब है कि हर पार्टी एक व्हिप जारी करती है जिसके मुताबिक वोट देने वाले को अपने ही पार्टी के उम्मीदवार को वोट देना होता है। शंकर सिंह वाघेला भले ही कांग्रेस से अलग हो चुके हैं लेकिन नियमों के मुताबिक वो अभी भी कांग्रेस के ही विधायक हैं। मतदान के बाद वाघेला ने कांग्रेस के एजेंट को वोट ना दिखाकर भाजपा के एजेंट को दिखाया। कांग्रेस अब इस वोट को रद्द करने की मांग कर रही है। शंकर सिंह वाघेला के अलावा राघवजी भाई पटेल ने भी भाजपा के एजेंट को ही वोट दिखाया।
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क्या कहा शंकर सिंह वाघेला ने
कांग्रेस
को
छोड़
चुके
गुजरात
के
बड़े
नेता
शंकर
सिंह
वाघेला
ने
राज्यसभा
चुनाव
में
वोट
डालने
के
बाद
कहा
कि
उन्होंने
अहमद
पटेल
को
वोट
नहीं
दिया।
वाघेला
ने
कहा,
''पटेल
को
40
वोट
भी
नहीं
मिलेंगे,
बीजेपी
के
तीनों
उम्मीदवार
जीतेंगे।"
शंकर
सिंह
वाघेला
गुट
के
दो
कांग्रेस
विधायक
राघवजी
और
धमेंद्र
जाडेजा
ने
खुलकर
कहा
कि
उन्होंने
कांग्रेस
उम्मीदवार
अहमद
पटेल
को
वोट
नहीं
दिया
है।
वाघेला
गुट
में
सात
से
आठ
विधायक
माने
जाते
हैं।
इन
दोनों
विधायकों
ने
वोटिंग
के
बाद
कहा
कि
उन्होंने
बीजेपी
के
उम्मीदवार
बलवंत
सिंह
राजपूत
के
लिए
वोट
किया
है।
182 विधायक गुजरात में
गुजरात विधानसभा सदस्यों की संख्या 182 विधायकों की है। कांग्रेस के 6 सदस्यों के इस्तीफे के बाद संख्या 176 तक सीमित रह गई है। विधानसभा में भाजपा के 121,कांग्रेस के 51, NCP के 2, जदयू से 1 और 1 विधायक निर्दलीय है। इस चुनाव में जीत के लिए प्रत्येक प्रत्याशी को 45 मत की आवश्यकता है।