बीजेपी की बजाय कांग्रेस के लिए इस तरह सिरदर्द बन रहे हैं हार्दिक पटेल
गुजरात विधानसभा चुनाव में इस वक्त कांग्रेस पार्टी दो तरह से काम कर रही है। एक ओर अहमद पटेल सक्रिय हैं। दूसरी ओर राहुल गांधी की टीम भी सक्रिय है। कांग्रेस पार्टी के पुराने गार्डस चाहते हैं कि राहुल उनके बताए रास्ते पर चले।
नई दिल्ली। गुजरात चुनावों से पहले कांग्रेस हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाकर बीजेपी की सत्ता से बाहर करना चाह रही है उधर राहुल गांधी और हार्दिक पटेल की दोस्ती बीजेपी के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस के लिए सिरदर्द बनती दिख रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लग रहा हो वो पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के भरोसे इस चुनाव को जीत सकते हैं। लेकिन, कांग्रेस पार्टी के ही कुछ नेताओं को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं हार्दिक पटेल कांग्रेस के गले की हड्डी ना बन जाए। हार्दिक पटेल का दखल कांग्रेस पार्टी में लगातार बढ़ता जा रहा है। वो सीधे राहुल गांधी से ही बात करते हैं। इसके नीचे उन्हें किसी भी दूसरे नेता से बात करना मंजूर नहीं। ये बात भी पार्टी के दूसरे नेताओं को बहुत अखरती है।
हार्दिक की दखल से नाराज कांग्रेसी
अगर कांग्रेस पार्टी के दूसरे नेता गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कोई रणनीति बनाते हैं खासतौर पर पाटीदारों को लेकर तो उसमें हार्दिक पटेल का पलीता जरूर लगता है। ये बात अब पार्टी के दूसरे नेताओं को नागवार गुजर रही है। जाहिर है अगर यही हाल रहा तो पार्टी के भीतर कुछ नेता हार्दिक को लेकर बगावती तेवर भी अपना सकते हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पहले के मुकाबले काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। इस बात को लेकर पार्टी के दूसरे नेता भी प्रभावित हैं। राहुल इस वक्त गुजरात में एंटी बीजेपी पार्टियों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं। गुजरात को लेकर वो दिनरात एक किए हुए हैं।
अहमद पटेल को नहीं मिल रहा तबज्जो
गुजरात विधानसभा चुनाव में इस वक्त कांग्रेस पार्टी दो तरह से काम कर रही है। एक ओर अहमद पटेल सक्रिय हैं। दूसरी ओर राहुल गांधी की टीम भी सक्रिय है। कांग्रेस पार्टी के पुराने गार्डस चाहते हैं कि राहुल उनके बताए रास्ते पर चले। जबकि राहुल गांधी ने गुजरात में अपने कुछ खासमखाम लोगों की एक टीम बना रखी है जो गुजरात के प्रभारी या फिर अहमद पटेल को रिपोर्ट करने की बजाए सीधे राहुल गांधी को रिपोर्ट करते हैं। राहुल गांधी की टीम के लोग हार्दिक पटेल को जरूरत से ज्यादा तबज्जो दे रहे हैं।
हार्दिक को लेकर कंफ्यूज कांग्रेसी
जबकि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं हार्दिक पटेल को जरूरत से ज्यादा तबज्जो दिया जाना ठीक नहीं है। अब गुजरात में कांग्रेस पार्टी कैसे बंट रही है इसका नमूना देख लीजिए। कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत गुजरात का चुनाव संभाल रहे हैं। उन्हें यहां का जनरल सेक्रेटरी इंचार्ज बनाया गया है। लेकिन, इसके इतर राहुल गांधी ने अपने अंतर्गत चार प्रतिनिधियों को नियुक्त किया है। जिनमें बालासाहेब थोरट भी शामिल हैं। बालासाहेब थोरट कांग्रेस पार्टी में चुनावों के लिए उम्मीदवार का चयन करने के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी सीधी रिपोर्टिंग राहुल गांधी को होती है। ऐसे में कई बार कई मसलों पर अशोक गहलोत और बालासाहेब थोरट के फैसले अलग-अलग हो सकते हैं। जैसा की हार्दिक पटेल की पूर्व सहयोगी रह चुकी रेशमा पटेल के मामले में देखने को मिला। खबर थी कि रेश्मा पटेल बीजेपी से पहले कांग्रेस में आना चाहती थी।
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