गुजरात चुनाव: कांग्रेस और हार्दिक के बीच उलझा आरक्षण का मुद्दा
पाटीदार आरक्षण समिति के 11 सदस्य, कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के साथ बैठक किया है।
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव से पहले पाटीदारों के आरक्षण को लेकर कांग्रेस और हार्दिक पटेल के बीच मामला उलझ गया है। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस की बैठक में पाटीदारों को संवैधानिक आरक्षण देने मुद्दे पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। इसको लेकर अभी और बैठकें होंगी। वहीं कांग्रेस ने पाटीदारों की चार मांगे मान ली है। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी पाटीदारों के साथ बैठक के बाद कहा 'पाटीदारों ने अपनी बातें रख दी है। हम कानून के जानकारों से बात कर के इस मुद्दे पर फैसला लेंगे।'आपको बता दें कि पाटीदारों पर आरक्षण देने के मामले पर हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अल्टीमेटम दिया है।
आपको बता दें कि पाटीदार आरक्षण समिति के 11 सदस्य, कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के साथ बैठक किया है। इससे पहले 28 अक्टूबर को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अल्टीमेटम दिया था। हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को तीन नवंबर तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि कांग्रेस पाटीदारों को संवैधानिक आरक्षण कैसे देगी इसको लेकर अपना प्लान बताए। हार्दिक ने कहा था कि अगर पाटीदार समुदाय को आरक्षण के मामले पर कांग्रेस ने अपना स्टैंड क्लीयर नहीं किया तो उनका हाल भी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की तरह होगा।
ओबीसी आरक्षण 27% है, जिसमें कुल 146 जातियां है. ऐसे में पटेलों को भी ओबीसी में लाना नामुमकिन है, क्योंकि पटेलों की संख्या ज्यादा है और ओबीसी अपने हिस्से का आरक्षण पटेलों को देने के पक्ष में नहीं दिख रहे। ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर जो कि कांग्रेस का हाथ थाम चुके हैं, उन्होंने भी पटेलों को आरक्षण देने की बात कही है, लेकिन ओबीसी में शामिल करने की नहीं।
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