सेना के नाम पर राजनीति ना चमकाएं राहुल गांधी: रविशंकर प्रसाद
सरकार की तरफ से आया राहुल गांधी की चिट्ठी का जवाब।
नई दिल्ली। राहुल गांधी के पीएम मोदी को खत लिखकर सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेशन के मुद्दों को उठाने के बाद सरकार की तरफ से उन्हें जवाब दिया गया है।
राहुल गांधी के खत पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि राहुल सेना को राजनीति से ऊपर रखें और वो अपने लाभ के लिए सेना के नाम का इस्तेमाल ना करे।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, वन रैंक वन पेंशन और सातवें वेतन आयोग पर उठाए सवाल
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवाल तथ्यात्मक रूप से सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 'वन रैंक, वन पेंशन' नीति को लागू करने का निर्णय किया, जिससे राजकोष पर 10,000 करोड़ रुपये का सालाना बोझ बढ़ा है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, कि सेना देश की महत्वपूर्ण संस्था है। भारत को सुरक्षित बनाने की दिशा में वे संवेदनशील होकर काम कर रही है।
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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने मांग की है कि वन रैंक वन पेंशन को सही तरीके से लागू किया जाए, ताकि पूर्व सैनिकों को कोई भी शिकायत न रहे। उनका कहना है कि वन रैंक वन पेंशन पर सरकार की तरफ से वाजिब कदम नहीं उठाए गए हैं।
राहुल गांधी ने कहा है कि, सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सेना को जवानों को दिखाए कि सरकार उनकी फिक्र करती है। वे बोले कि सेना के जवानों को वह सब मिलना चाहिए, जिसके वे हकदार हैं।
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उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ही सरकार द्वारा एक्शन लेते हुए विकलांगता पेंशन को एक नए स्लैब सिस्टम में डाला गया। इसकी वजह से विकलांग सैनिकों को मिलने वाली पेंशन कम हो गई।
साथ ही उन्होंने सांतवें वेतन आयोग पर भी सवाल उठाया है। उन्हें पत्र में लिखा है कि सातवें वेतन आयोग से सैनिकों को निराश हाथ लगी है।