BJP महासचिव राम माधव बोले- जम्मू-कश्मीर में बढ़ाया जाना चाहिए राज्यपाल शासन
श्रीनगर। बीजेपी के महासचिव राम माधव ने जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन की मियात को बढ़ाने की बात कही है। राम माधव ने कहा है कि राज्य में राज्यपाल शासन लगने के बाद से यहां के हर क्षेत्र में विकास देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि राज्य में विकास को देखते हुए पार्टी के गवर्नर रूल की अवधि को थोड़े और वक्त के लिए बढ़ाने के पक्ष में है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 5 महीनों से राज्यपाल का शासन है जो कि 19 दिसंबर को खत्म हो रहा है।
दोनों पार्टियों ने पंचायत चुनाव का किया था बहिष्कार
वहीं राज्य की प्रमुख पार्टियां नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी चुनाव कराने की मांग कर रही है दूसरी ओर से हाल ही में दोनों पार्टियों ने पंचायत चुनावों का वहिष्कार किया था। इस सवाल पर राम माधव ने कहा कि दनों पार्टियां अनुच्छेद 35-ए पर किसी चुनाव का बहिष्कार करती है तो किसी अन्य चुनाव की मांग करने लगती है। ऐसे में मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि भविष्य में चुनाव होंगे तो आप चुनाव लड़ेंगे या बहिष्कार करेंगे? राम माधव ने कहा कि राज्यपाल शासन के दौरान राज्य में विकास हुआ, यहां की जनता भी खुश है इसलिए पार्टी ने इसे आगे भी जारी रखने का फैसला किया है।
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19 जून से लागू है राज्य में राज्यपाल शासन
इसी साल 19 जून से जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है। बीजेपी की ओर से पीडीपी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिस समय राज्यपाल शासन लागू हुआ था उस समय एनएन वोहरा राज्यपाल थे लेकिन अब सत्यपाल मलिक राज्य के राज्यपाल हैं। ऐसे में राज्य में राज्यपाल शासन को आगे बढ़ाना है या नहीं इस पर राष्ट्रपति फैसला लेंगे।
फिलहाल किसी भी दल के पास बहुमत नहीं
जम्मू-कश्मीर के 87 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी दल के पास बहुमत नहीं है। पीडीपी के पास 28, बीजेपी के पास25 और नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 15 विधायक है। विधानसभा का कार्यकाल 2020 में खत्म होना है। लेकिन अब देखना है कि राज्यपाल शासन खत्म होने के बाद कोई पार्टी सरकार बनाने का प्रयास करती है या नहीं। वही राम माधव का ये बयान भी बहुत मायने रखता है क्योंकि इससे यह साफ हो रहा है कि बीजेपी भी राज्य में सत्ता बनाने के लिए कोशिश में नहीं है।