सरकार ने संसद में बताई स्वदेशी एलसीए तेजस लड़ाकू विमान की कीमत, फ्रांस से मंगाए रफाल से बेहद सस्ता
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि एलसीए तेजस को लड़ाकू विमान MIG-21 के स्थान पर नहीं, बल्कि IAF के आधुनिकीकरण के एक भाग के रूप में शामिल किया जा रहा है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि एलसीए तेजस को लड़ाकू विमान MIG-21 के स्थान पर नहीं, बल्कि IAF के आधुनिकीकरण के एक भाग के रूप में शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर 2021 को सेना को सौंपे गए 24 एलसीए तेजस के निर्माण पर अब तक खर्च की गई राशि 6,653 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ हुए करार के मुताबिक, कुल 123 तेजस लड़ाकू विमानों का निर्माण किया जाना है। इसके अलावा विमानों का आगे का उत्पादन भारतीय रक्षा क्षेत्र की जरूरतों और निर्यात की आवश्यकता पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा कि एक तेजस विमान के निर्माण पर 277 करोड़ रुपए का खर्च आता है। बता दें कि भारत ने फ्रांस से 36 रफाल लड़ाकू विमान कुल 59 हजार करोड़ रुपए में खरीदे थे, जिसमें से एक रफाल की कीमत 1638 करोड़ रुपए आती है, लेकिन इस सौदे में उन्नत मिसाइल, बम और दूसरे हथियारों का भी सौदा हुआ था।
यह भी पढ़ें: राजकुमार हिरानी से 'मुन्ना भाई 3' बनाने के लिए कह-कहकर थक चुका हूं- संजय दत्त
हालांकि साल 2016 में तत्कालीन रक्षा राज्यमंत्री सुभाष राव भामरे ने संसद को बताया था कि एक रफाल लड़ाकू विमान की कीमत 670 करोड़ रुपए है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया था कि 670 करोड़ कीमत अकेले रफाल की है या उसके साथ मिली मिसाइल और अन्य हथियारों की भी है। वहीं रफाल 4.5 जेनरेशन लड़ाकू विमान है जबकि स्वदेशी एलसीए जेजस फोर्थ जेनरेशन लड़ाकू विमान है।