रद्द हुई महत्वकांक्षी Google Lunar X Prize प्रतियोगिता, किसी को नहीं मिलेगा 30 मिलियन डॉलर का अवार्ड
नई दिल्ली। करीब 10 साल पहले गूगल लूनर Xprixe प्रतियोगिता से सभी टीमों को बाहर निकाल दिया गया है। बीते दिनों भारत की टीम इंडस को बाहर का रास्ता दिखाया गया था। करीब 30 मिलियन डॉलर की यह प्रतियोगिता बिना नतीजा खत्म कर दी गई है। वहीं इनाम की राशि भी अब किसी को नहीं मिलेगी। बता दें कि भारत समेत सभी अन्य टीम इस साल 31 मार्च तक की डेडलाइन का पालन नहीं कर सकीं। ऐसे में भारत के साथ-साथ इजरायल के स्पेस IL, अमेरिका के मून एक्सप्रेस, सिनर्जी मून और जापान के हकूतो को बाहर कर दिया।
इनाम किसी को नहीं मिल पाएगा
Xprize फाउंडेशन ने जानकारी दी कि सभी प्रतियोगी टीमों से बात करने के बाद यह पता चला कि कोई भी 31मार्च 2018 तक चांद पर लॉन्च की कोशिश नहीं कर सकेगी। फाउंडेशन की ओर से कहा गया कि फंड इकट्ठा करने, तकनीकी और नियमों से जुड़ी चुनौतियों के कारण 30 मिलियन डॉलर का इनाम किसी को नहीं मिल पाएगा।
6 मार्च तक लॉन्च संभव नहीं
अंग्रेजी अखबार बेंगलुरु मिरर के अनुसार 9 जनवरी को रिपोर्ट्स आई थईं कि टीम इंडस और इसरो की टीम स्पेसक्राफ्ट लॉन्च करने वाले थे। हालांकि प्रतियोगिता का कोई नतीजा सामने ना आता देख टीम बाहर हो गई। टीम इंडस के फ्लीट कमांडर राहुल ने जानकारी दी कि लगभग 85 फीसदी काम हो चुका है लेकिन लाइसेंस, तकनीक और नियमन में वक्त लगेगा और 6 मार्च तक लॉन्च संभव नहीं है।
शशिभूषण ने एक बयान में कहा कि
एंट्रिक्स कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राकेश शशिभूषण ने एक बयान में कहा, 'एंटीट्रिक्स और ट्रेडमैन 2016 में हस्ताक्षरित लॉन्च सेवाओं के समझौते को पारस्परिक रूप से समाप्त कर रहे हैं। एंटरिक्स अंतरिक्ष में निजी उद्यम को बढ़ावा देने और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। टीम इंडिया एक विश्व स्तरीय निजी एयरोस्पेस कंपनी के निर्माण के अपने लक्ष्य के साथ जारी रहेगी।'