गुलाम नबी आजाद को लश्कर से जुड़े आतंकी संगठन ने दी धमकी, इस वजह से आए आतंकियों के निशाने पर
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को आतंकियों ने धमकी दी है। उन्हें यह धमकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह द रेजिस्टेंट फ्रंट यानी टीआरएफ ने दी है।
जम्मू-कश्मीर, 15 सितंबर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को आतंकियों ने धमकी दी है। उन्हें यह धमकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह द रेजिस्टेंट फ्रंट यानी टीआरएफ ने दी है। वर्षों से कांग्रेस में रहने वाले गुलाम नबी आजाद कुछ दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद आतंकियों ने उन्हें धमकी दी है। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी कर यह धमकी दी है।
आतंकियों का कहना है कि गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस से इस्तीफा देना सोची समझी साजिश है। यह पूरा-पूरा एक राजनीतिक एजेंडा है। कहा कि आजाद का बीजेपी के साथ सांठगांठ है। गृह मंत्री और अजीत डोभाल के साथ बंद कमरे में इनकी मीटिंग हुई है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस से अलग होने के बाद जम्मू-कश्मीर में एक रैली को संबोधित किए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मेरा दिल जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए धड़कता है।
नई पार्टी का करेंगे ऐलान
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने ऐलान करते हुए कहा कि कुछ ही दिनों में नई पार्टी के गठन का ऐलान करेंगे। आजाद जब कांग्रेस से अलग हुए तो लोगों ने कयास लगाने शुरू किए कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अब आजाद ने नई पार्टी बनाने का ऐलान कर अटकलों पर विराम लगा दिया है।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव के संकेत
जम्मू-कश्मीर में जल्द ही चुनाव कराए जाने के संकेत भी मिल रहे हैं। ऐसे में आजाद का फैसला अहम साबित हो सकता है। चुनाव आयोग ने परिसीमन के बाद मतदाता सूची में गैर स्थानीय लोगों को भी शामिल करने का फैसला लिया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, फारुक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और कई अन्य लोगों ने जम्मू कश्मीर की डेमोग्राफी से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।
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