मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए जर्मनी की बड़ी पहल
नई दिल्ली। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर यूएन में प्रतिबंध लगाने के लिए अब जर्मनी ने पहल की है। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी की सूचि में डालने के लिए जर्मनी ने भारत का साथ दिया है। राजनयिक सूत्रों की मानें तो जर्मनी ने अन्य देशों से संपर्क किया है, ताकि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी की सूचि में डाला जा सके। ऐसे में अगर जर्मनी अपने प्रयास में सफल होता है तो मसूद अजहर की 28 देशों में संपत्ति जब्त हो जाएगी और वह इन तमाम देशों की यात्रा नहीं कर पाएगा।
जर्मनी ने रखा प्रस्ताव
बता दें कि भारत काफी लंबे समय से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने की मांग कर रहा है, लेकिन हर बार चीन उसके समर्थन में खड़ा नजर आता है। चीन यूएनएससी में वीटो पॉवर का इस्तेमाल करके मसूद अजहर के लिए सुरक्षा कवच बनता है। सूत्रों की मानें तो जर्मनी ने यूरोपीय यूनियन में मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि जर्मनी के इस प्रस्ताव पर कोई रिजोल्यूशन नहीं आया है। सूत्र का कहना है कि यूरोपीय यूनियन के सभी 28 देशों के समर्थन के बाद ही यह प्रस्ताव पास हो सकता है।
चीन ने किया था विरोध
इससे पहले 15 मार्च को फ्रांस ने मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगा दिया था। फ्रांस ने खुलकर कहा था कि वह मसूद अजहर को यूरोपीय यूनियन की ग्लोबल आतंकी की लिस्ट में डालने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा। संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव के खिलाफ चीन ने वीटो पॉवर का इस्तेमाल किया था, जिसके चलते यह प्रस्ताव गिर गया था।
शहीद हुए थे 40 जवान
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के आतंकी ठिकानों पर 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक की थी, जिसमे जैश के कई आतंकी ढेर हो गए थे।
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