चीन कम कर रहा है डोकलाम में सैनिकों की तादाद: जनरल बिपिन रावत
नई दिल्ली। आर्मी चीफ जनरल बिपिन सिंह रावत ने कहा है कि डोकलाम विवाद को लेकर चीन का रुख बदला है और वो इस क्षेत्र से अपनी सेना लगातार कम कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीनी इलाके में सैनिकों की संख्या में भारी कमी आई है। आर्मी चीफ सोमवार को नई दिल्ली में आर्मी टेक्नॉलजी सेमिनार में आए थे। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के टूटिंग में चीन से रोड बनाने का विवाद भी सुलझ गया है।
टूटिंग में सड़क बना रही थी चीनी सेना
अरुणाचल प्रदेश के सियांग क्षेत्र में टूटिंग में चीनी सेना सड़क बना रही थी। भारतीय सेना ने जब चीनी लोगों को कंस्ट्रक्शन का काम रोकने के लिए कहा, तब चीनियों ने कहा कि हम अपने इलाके में यह काम कर रहे हैं। भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने जब सबूत पेश किए तो वे वापस चले गए। बताया गया है कि उनकी मशीने भारतीय सेना ने लौटा दी हैं।
सेना को टेक्नोलॉजी पर काम करने की जरूरत
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने सेमिनार में कहा कि आर्म्ड फॉर्सेस में टेक्नोलॉजी की बहुत ज्यादा आश्यकता होने की बात कही है। जनरल बिपिन रावत ने नई दिल्ली में आर्मी टेक्नोलॉजी सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि आर्मी के सभी फील्ड में टेक्नोलॉजी की बेहद आवश्यकता है, क्योंकि भविष्य के युद्ध बहुत ही विपरित परिस्थितियों और खतरनाक क्षेत्रो में लड़ने होंगे और उसके लिए हमे तैयार रहने की जरुरत है।
अब अपने बनाए हथियारों से लड़ेंगे
आर्मी में टेक्नोलॉजी की बात करते हुए जनरल रावत ने कहा कि हल्के वजन वाले बुलेट प्रूफ मटेरियल और ईंधन सेल टेक्नोलॉजी उपलब्ध करवाने की एक अच्छी पहल शुरू हुई है, जो आगे भी जारी रखी जानी चाहिए। रावत ने भरोसा दिलाया कि जो भी नई टेक्नोलॉजी सेना को उपलब्ध करवाई जाएगी, उसमें सेना को नई ताकत मिलेगी और इसका भरपूर उपयोग किया जाएगा। रावत ने आगे कहा कि हम अब धीरे-धीरे डिफेंस टेक्नोलॉजी के हथियार खरीदने के ट्रेंड से बाहर आ रहे हैं, क्योंकि अब समय आ गया है कि घरेलू हथियारों से ही हम अगला युद्ध लड़ें। बता दें कि हाल ही के दिनों में डीआरडीओ और इंडियन एयर फोर्स के कहने पर भारत सरकार ने कई डिफेंस डील रद्द की है।
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