पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा यादव इस पार्टी से लड़ सकती हैं लोकसभा चुनाव, 12 साल की उम्र में बनी थी डाकू
नई दिल्ली। एक जमाने में बीहड़ की खूंखार डकैत रहीं और पूर्व दस्यु सुंदरी के नाम से जानी जाने वाली सीमा यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। ऐसी खबर है कि सीमा यादव समाजवादी पार्टी के टिकट पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। उनके मिर्जापुर से लोकसभा का चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। इस बीच सीमा यादव शनिवार को मिर्जापुर पहुंचीं थीं, जहां उन्होंने बताया कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के वाराणसी दौरे के दौरान उनकी मुलाकात हुई थी। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। सीमा यादव ने बताया कि ये मुलाकात सकारात्मक रही और अखिलेश यादव ने तैयारी करने को कहा है।
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मिर्जापुर से चुनाव लड़ सकती हैं पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा यादव
2019 लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर सीमा यादव ने तैयारी तेज कर दी है। शनिवार को मिर्जापुर दौरे के दौरान सीमा यादव ने कहा कि वो पूर्व सांसद फूलन देवी के सपनों को पूरा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि मिर्जापुर का जिस तरह से विकास होना चाहिए वो नहीं हुआ है। बीजेपी सरकार को जिस तरह से विकास करना चाहिए वो नहीं कर रही है, केवल झूठे वादों से लोगों को बरगलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं, गरीबों और किसानों की हालत बेहद खराब है। सीमा यादव मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कई गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।
मिर्जापुर के कई गांवों का किया दौरा, लोगों की सुनीं समस्याएं
अपनी जिंदगी के कई साल डकैतों के बीच बिताने वाली पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा यादव अब समाजिक कार्य करना चाहती हैं। वो 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में निर्धन समाज पार्टी ऑफ इंडिया से प्रत्याशी बनकर उतरी थीं। सिकंदराबाद सीट से उन्होंने चुनाव लड़ा था। सीमा यादव चंदन यादव गैंग की सदस्य थीं। चंदन की हत्या के बाद 2005 में सीमा ने इटावा SSP दलजीत चौधरी के सामने सरेंडर कर दिया। इन्हें 7 साल की जेल हुई।
12 साल की उम्र में बनीं थी डकैत
जेल में सीमा यादव की मुलाकात देवेंद्र राणा से हुई। जेल से बाहर आने के बाद मई 2012 में दोनों ने शादी कर ली। कभी डकैत रहीं सीमा यादव अब सोशल वर्क करने की चाह में राजनीति की राह पकड़ी है। बता दें कि सीमा यादव जब 12 साल की थीं तभी उन्हें मजबूरन डाकू बनना पड़ा था। कानपुर देहात के सिकंदरा थाना अंतर्गत महरूपुर गांव की रहने वाली पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने बताया था कि मेरे 12 साल के होते ही पिता जुलुम सिंह ने शादी तय कर दी। अक्टूबर 1998 में इटावा के भवानीपुर गांव निवासी कल्लू सिंह से मेरी शादी हो गई। वो मुझसे 14 साल बड़ा था।
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