पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर भड़काऊ भाषण मामले में एफआईआर
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में सोमवार को दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। कोलकाता पुलिस ने बताया है कि एक एफआईआर हारे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन और एक गारीहट पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। शुक्रवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत के बाद घोष के कथित भड़काऊ बयानों को लेकर ये एफआईआर की गई हैं।
दिलीप घोष ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
कोलकाता पुलिस ने बताया कि दो लोगों ने ये एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि घोष का भाषण सूबे की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाला था। वहीं घोष ने इसको लेकर कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं, उन्होंने कोई ऐसा बयान नहीं दिया, जिसमें कुछ गलत हो। उन्होंने कहा कि ये सब सत्तारूढ़ पार्टी के घटिया तरीके हैं, जो वो भाजपा को कमजोर करने के लिए अपना रही है।
शुक्रवार को हुआ था कार्यकर्ताओं में टकराव
शुक्रवार सुबह कोलकाता में भाजपा मुख्यालय के बाहर भाजयुमो और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। जिसमें कई लोग घायल हुए। बीजेपी मुख्यालय के बाहर हमले के बाद पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीष घोष ने कहा कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
दोनों पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप
भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) आठ दिन की मोटरबाइक रैली का आयोजन किया है, जिसका समापन 18 जनवरी को होगा। इसमें भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हो रहे हैं। इसी रैली के दौरान झड़पे होने की बात सामने आई है। तृणमूल की मंत्री शशि पांजा का कहना है कि राज्य में शांति और स्थिरता को बिगाड़ने के लिए बीजेपी हिंसा का सहारा ले रही है। तृणमूल नेताओं ने आरोप लगाया कि झड़प इसलिए हुई क्योंकि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके नेतृत्व के खिलाफ खराब बातें की और स्थानीय महिलाओं से खराब बर्ताव किया। वहीं भाजपा नेता लगातार खुद पर हमला किए जाने की बात कह रहे हैं।
बंगाल में ममता बनर्जी के 'ब्राह्मण कार्ड' के जवाब में बीजेपी का 'मुस्लिम सम्मेलन'