फारूक अब्दुल्ला बोले, अमरनाथ गुफा में पहलगाम के मुस्लिम ने देखा 'शिवलिंग'
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में रहने वाले मुस्लिम व्यक्ति ने अमरनाथ गुफा में शिवलिंग पहली बार देखा था। ये बात जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कही है।
श्रीनगर, 05 जुलाई : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर जारी विवाद के बीच धार्मिक सौहार्द का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने अमरनाथ गुफा में 'शिवलिंग' होने का जिक्र किया वह पहलगाम का मुस्लिम युवक था। पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान पर पत्रकारों से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि किसी भी मुस्लिम व्यक्ति ने कभी किसी धर्म के खिलाफ उंगली नहीं उठाई। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि '90 के दशक में एक लहर थी'।
मुसलमान ने किसी धर्म के खिलाफ उंगली नहीं उठाई
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, पहलगाम के एक मुसलमान ने अमरनाथ गुफा में लिंगम देखा था और उसने कश्मीरी पंडितों को सूचित किया था ... कभी किसी मुसलमान ने किसी धर्म के खिलाफ उंगली नहीं उठाई ... हां, 1990 के दशक में एक लहर थी लेकिन यह कहीं और से आई थी।
वार्षिक अमरनाथ यात्रा के प्रबंध
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल आधार शिविर का दौरा किया। उपराज्यपाल के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया, लेफ्टिनेंट गवर्नर ने बालटाल आधार शिविर में श्री अमरनाथजी तीर्थयात्रियों, अधिकारियों, टट्टूवालों के साथ बातचीत कर सुविधाओं, सेवाओं की गुणवत्ता, यात्रियों, स्वयंसेवकों की भलाई के बारे में जानकारी ली।
मौसम के कारण यात्रा में अड़चन
बता दें कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू हुई और 11 अगस्त को रक्षा बंधन के साथ समाप्त होगी। हालांकि, सोमवार को कोरोना महामारी के चलते तीन साल बाद 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा पर खराब मौसम की वजह से थोड़ा ब्रेक लग गया है। बिगड़े मौसम और भूस्खलन की आशंका के चलते प्रशासन ने यात्रा को मंगलवार सुबह पहलगाम मार्ग से अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है।