Farmers Protest: 29 दिसंबर को फिर से सरकार से बातचीत करेंगे किसान नेता, दो बिंदुओं पर होगी चर्चा
Farmers Protest Latest News: मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब-हरियाणा के किसानों का प्रदर्शन पिछले एक महीने से जारी है। इस बीच केंद्र सरकार ने बातचीत के जरिए कई बार इस मसले को हल करने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं माने। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक नए कानून वापस नहीं होते, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इस बीच स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने फिर से सरकार के साथ बैठक की बात कही है।
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योगेंद्र यादव ने शनिवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हम 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे केंद्र के साथ वार्ता का एक और दौर आयोजित करने का प्रस्ताव रखते हैं। इस बार वार्ता के लिए हमारे एजेंडे में दो बिंदु हैं। जिसमें पहला तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के तौर-तरीके पर आधारित है, जबकि दूसरा एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानूनी गारंटी प्रदान करने के लिए नया कानून लाने पर। वहीं क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शनपाल ने बताया कि वो 30 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर से ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे।
क्या
कह
रही
सरकार?
मोदी
सरकार
की
ओर
से
किसानों
से
बातचीत
की
अगुवाई
केंद्रीय
कृषि
मंत्री
नरेंद्र
सिंह
तोमर
(Union
Agriculture
Minister
Narendra
Singh
Tomar)
ही
कर
रहे
हैं।
उन्होंने
शुक्रवार
को
कहा
कि
मेरा
पंजाब
के
किसानों
से
आग्रह
है
कि
वह
अपने
विरोध
को
खत्म
करने
और
नए
कृषि
कानूनों
पर
गतिरोध
को
हल
करने
के
लिए
सरकार
के
साथ
विचार-विमर्श
करने
के
लिए
आगे
आएं।
मौजूदा
वक्त
में
40
किसान
यूनियनों
के
साथ
सरकार
बातचीत
की
कोशिश
कर
रही
है।
धर्मेंद्र प्रधान का कांग्रेस पर निशाना, मनमोहन सरकार से बेहतर स्थिति में हैं आज किसान
किसानों
को
मिल
रहा
विपक्ष
का
साथ
मोदी
सरकार
जब
संसद
में
नए
बिल
को
लेकर
आई
तो
भी
दोनों
सदनों
में
जमकर
हंगामा
हुआ।
इसके
बाद
पंजाब-हरियाणा
के
किसान
इस
बिल
को
लेकर
सड़कों
पर
आए।
उनके
आंदोलन
को
करीब-करीब
सभी
विपक्षी
दलों
का
समर्थन
मिल
रहा
है।
कांग्रेस
नेता
राहुल
गांधी
भी
लगातार
ट्विटर
के
जरिए
मोदी
सरकार
पर
निशाना
साध
रहे
हैं।