Farmers protest:'अगर अरुण जेटली जीवित होते तो.....' किसपर तंज कस गए BJP नेता सुशील मोदी ?
Farmers protest:बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने किसान आंदोलन (Farmers protest) को लेकर अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर बिना नाम लिए सख्त टिप्पणी की है। इसके लिए उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी नेता अरुण जेटली की जयंती (Arun Jaitley's birth anniversary)का समय चुना है। उन्होंने किसान आंदोलन के एक महीने से ज्यादा तक जारी रहने पर कहा है कि अगर जेटली जीवित होते तो ऐसा नहीं होता और यह मामला अबतक सुलझ गया होता। माना जा रहा है कि सुशील मोदी अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और नरेंद्र मोदी सरकार के बड़े मंत्रियों पर बिहार की सत्ता से बेदखल किए जाने को लेकर भड़ास निकाल रहे हैं।
अमित शाह भी किसानों को समझाने में रह चुके हैं नाकाम
दिल्ली की सीमाओं पर मुख्य रूप से पंजाब से आए किसान पिछले 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं और डेरा डालकर बैठे हैं। इन किसानों की केंद्र सरकार में मंत्री स्तर पर कम से कम 6 दौर की बातचीत हो चुकी है। पांच बार केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar)ने उन्हें कृषि कानूनों (Farm Laes) की खूबियां समझाने की कोशिश की है तो एक बार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी यह प्रयास कर चुके हैं। लेकिन, ये दोनों केंद्रीय मंत्री अबतक किसानों को कृषि कानूनों के फायदों के बारे में समझा पाने में नाकाम रहे हैं और प्रदर्शनकारी सिर्फ इन तीनों कानूनों को खत्म करने की मांग पर ही अड़े हुए हैं। इस मामले का कोई हल ना निकलते देख सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि इसके लिए एक कमिटी गठित की जाए।
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सुशील मोदी भाजपा के किस नेता पर निकाल गए भड़ास?
जब केंद्र सरकार ने बुधवार को किसानों को एक और दौर की बातचीत के लिए बुलाया है, उससे पहले सुशील मोदी (Sushil Modi)ने अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देते हुए जो कुछ कहा है, उससे भाजपा (BJP) के भीतर विवाद शुरू हो सकता है। सुशील मोदी ने सोमवार को पटना में कहा है, 'मुझे पूरा यकीन है कि अगर आज अरुण जेटली जीवित होते तो किसान जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिसको लेकर यह आंदोलन चल रहा है.......वह इसका निश्चित रूप से कोई समाधान निकाल लेते।' अब जब किसानों के बातचीत के लिए प्रधानमंत्री खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक को लगा चुके हैं और किसान नहीं मान रहे तो सुशील मोदी आखिर क्या कहना चाह रहे हैं? गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद सुशील मोदी की बिहार में डिप्टी सीएम की कुर्सी छिन चुकी है और उन्हें राज्यसभा के जरिए दिल्ली भेज दिया गया है। चर्चा है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
शाह ने किया जेटली की प्रतिमा का अनावरण
भाजपा के कद्दावर नेता और देश के जाने-माने वकील पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) का पिछले साल 25 अगस्त को 66 साल की उम्र में निधन हो गया था। गृहमंत्री अमित शाह भी खुद स्वीकार करते हैं कि जेटली ने उन्हें वर्षों गाइड किया था। उनकी याद में सोमवार को उन्होंने दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में उनकी एक मूर्ति का भी अनावरण किया है। जेटली दिल्ली और डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के अध्यक्ष भी रह चुके थे। उधर पीएम मोदी (PM Modi)ने जेटली को याद करते हुए ट्विटर पर लिखा है, 'मेरे मित्र अरुण जेटली जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। जो भी उनके नजदीकी संपर्क में रहा है उनका गर्मजोशी वाला व्यक्तित्व, बुद्धि,कानूनी कौशल और वाक्-पटुता को भुला नहीं पाता। उन्होंने भारत की प्रगति के लिए अथक परिश्रम किया। '