Farmers Protest: टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, बेंगलुरु में क्लाइमेट एक्टिविस्ट गिरफ्तार
Farmers Protest Update: पिछले 81 दिनों से दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार नए कानून को वापस नहीं लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इससे पहले गणतंत्र दिवस को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी। जिसमें जमकर हिंसा हुई। साथ ही कुछ उपद्रवियों ने लाल किले पर निशान साहिब लहरा दिया। इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। जिसमें अब क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही कोर्ट ने उन्हें 5 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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दरअसल एनवायरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी किसानों का समर्थन किया था। साथ ही उन्होंने इसके लिए कई ट्वीट भी किए। इस बीच गलती से उनसे आंदोलन से जुड़ा टूलकिट शेयर हो गया, हालांकि बाद में उन्होंने उसे डिलीट कर दिया, लेकिन दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा के खिलाफ लोगों को भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज की। इसके बाद इस टूटकिट की जांच शुरू हुई। जिसमें अब दिल्ली पुलिस ने 21 वर्षीय क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये गिरफ्तारी 13 फरवरी को हुई थी। दिशा के ऊपर टूलकिट को फैलाने का आरोप है।
टूलकिट खुलासे पर असम से PM मोदी का हमला, भारतीय चाय को बदनाम करने की साजिश
क्या
है
टूलकिट?
टूलकिट
का
इस्तेमाल
आमतौर
पर
किसी
भी
आंदोलन
को
आगे
बढ़ाने
के
लिए
होता
है
यानी
आप
इसे
आंदोलन
का
अहम
हिस्सा
मान
सकते
हैं।
पहले
तो
दिवारों
पर
पोस्टर
लगाकर
या
पर्चे
बांटकर
लोगों
को
आंदोलन
की
जानकारी
दी
जाती
थी,
लेकिन
अब
हालात
बदल
गए
हैं।
अब
सोशल
मीडिया
के
जरिए
सभी
जानकारियों
को
साझा
किया
जाता
है।
टूलकिट
में
बताया
जाता
है
कि
आप
आंदोलन
के
समर्थन
में
क्या
लिख
सकते
हैं,
कौन
से
हैशटैग
इस्तेमाल
होंगे।
किस
वक्त
कैसा
ट्वीट
करने
से
आंदोलन
को
फायदा
होगा।
इस
टूलकिट
का
इस्तेमाल
आंदोलनकारी
ही
नहीं
बल्कि
राजनीतिक
पार्टियां
और
सामाजिक
संगठन
भी
करते
हैं।