सावधान! बाजार में बिक रहे हैं खतरनाक चीनी अंडे, ऐसे पहचानें
नई दिल्ली। आपको राष्ट्रीय अंडा समन्वय समिति का वो नारा संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे, जरूर याद होगा। लेकिन अब इस नारे पर सोचने का वक्त आ गया है।
प्रोटीन युक्त स्वास्थ्य वर्धक अंडा अब अगर आपको खाना हो तो दो बार सोचे जरूर क्योंकि अब यही अंडा आपकी सेहत के लिए खतरा बन सकता है।
अंडा खाएं या न खाएं, लेकिन इससे जुड़ी ये खबर है फायदे की
केरल में स्थानीय चैनल की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि यहां के बाजारों में फर्जी अंडे बिक रहे हैं। ये अंडे राज्य के इडुक्की जिले में ज्यादातर बिक रहे हैं।
इसके साथ ही राज्य के अन्य इलाकों में भी फर्जी अण्जे बिक रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये अंडे चीन निर्मित हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने स्टेट फूड सेफ्टी कमिश्नर को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि ये फर्जी अंडे केरल के ही पड़ोसी राज्य तमिलनाडु से आते हैं।
कैसे जांच करें चीनी अंडों की!
अगर आप अंडे खरीदने बाजार जा रहे हैं तो आपको असली और नकली अंडे में फर्क करने आना चाहिए। बता दें कि नकली अंडे की सतह असली अंडे की अपेक्षा थोड़ा सख्त और रूखी होगी।
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अगर आप नकली अंडे पर हल्का दबाव डालेंगे तो थोड़ी करारी आवाज सुनाई देगी जबकि असली अंडे में यह आवाज तेज होती है।
साथ ही नकली अंडे में एक स्तर रबड़ का भी होता है। नकली अंडे बनाए जाने के बाद भी बदबू नहीं करेंगे और खुले में रखने पर इन पर चीटीं या मक्खियां नहीं लगेंगी।
अगर आप नकली अंडे को भुनेंगे तो अंडे का पीला भाग बिना छुए ही फैल जाएगा लेकिन असली अंडे में ऐसा नहीं होता।
इस तरह बनते हैं ये अंडे
नकली अंडे गर्म पानी, सोडियम अल्जिनेट, जिलेटिन, फिटकिरी और बेन्जोयिक एसिड के मिश्रण से बनाया जाता है। यही मिश्रण अंडे का पीला भाग बनाए जाने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है।
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इसे रंग देने के लिए पीला रंग भी मिलाया जाता है। नकली अंडे का छिलका कैल्शियम कार्बोनेट, पैराफिन मोम और जिप्सम पाउडर मिलाकर बनाया जाता है।