कर्नाटक में क्या सबसे भ्रष्ट सरकार है, राहुल गांधी के दावे का फ़ैक्ट चेक
राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक में सरकारी परियोजनाओं के ठेके के लिए मंत्रियों को 40 प्रतिशत कमीशन देना पड़ता है.
कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. शुक्रवार को बेंगलुरु में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक को राहुल गांधी ने संबोधित किया. इस बैठक में उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार है.
राहुल गांधी ने कहा, ''पहले चुनावों में मोदी जी भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करते थे. आज अगर मोदी जी कर्नाटक आकर भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करते हैं, इस सरकार के साथ जिसे 40 प्रतिशत सरकार माना जाता है तो पूरा कर्नाटक हंसने लगेगा और हैरानी होगी कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं. भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार कर्नाटक में है''
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राहुल गांधी ने कर्नाटक में भाजपा सरकार को 40 प्रतिशत सरकार बताया. उन्होंने ठेकेदारों के आरोप का ज़िक्र करते हुए कहा कि मंत्री सरकारी परियोजनाओं में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग करते हैं.
बाद में उन्होंने ट्विटर और फेसबुक पर भी यही दावा किया. सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के पोस्ट का शीर्षक था, "भाजपा का कर्नाटक मॉडल ऑफ करप्शन. पे 40 परसेंट कमीशन, ऑर फेस ओमिशन."
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1509857304002195458?cxt=HHwWhMCjqf3Ni_QpAAAA
सच क्या है?
बीबीसी ने फ़ैक्ट-चेक में पाया कि सरकारी डेटा, राहुल गांधी के इस दावे का समर्थन नहीं करता है कि कर्नाटक सरकार भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार है.
भारत में सरकारी भ्रष्टाचार का डेटा गृह मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो इकट्ठा करता है. ये डेटा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत जमा किया जाता है.
साल 2020 के एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार भारत में महाराष्ट्र सबसे भ्रष्ट राज्य है. शिवसेना के नेतृत्व वाले महाराष्ट्र ने साल 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 618 मामले दर्ज किए. सभी राज्यों को देखने से पता चलता है कि सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं. दिलचस्प बात है कि कर्नाटक ने साल 2020 में भ्रष्टाचार का एक भी मामला दर्ज नहीं किया.
महाराष्ट्र भ्रष्टाचार में सबसे आगे
एनसीआरबी के पुराने डेटा भी कुछ ऐसी ही बात कहते हैं. साल 2019 में भ्रष्टाचार की सूची में 828 मामलों के साथ महाराष्ट्र पहले स्थान पर था. भ्रष्टाचार मामलों की संख्या और भ्रष्टाचार दर दोनों जगह महाराष्ट्र सबसे आगे था. दूसरी तरफ कर्नाटक ने 2019 में भ्रष्टाचार का केवल एक मामला दर्ज किया था.
दूसरे गैर-सरकारी आंकड़ों पर नजर डालने से पता चलता है कि कर्नाटक भारत के सबसे भ्रष्ट राज्यों में से एक है लेकिन कर्नाटक लिस्ट में नंबर एक पर नहीं है.
2019 में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया एंड लोकल सर्कल्स ने इंडिया करप्शन सर्वे किया था. इसमें 20 राज्यों को शामिल किया गया था. सर्वे में पाया गया था कि भ्रष्टाचार रैंकिंग में कर्नाटक छठे स्थान पर है.
सर्वे में पता चला कि कर्नाटक में 63 प्रतिशत नागरिकों ने अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देना स्वीकार किया. वहीं इस लिस्ट में राजस्थान सबसे ऊपर है, जहां 78 प्रतिशत नागरिकों ने रिश्वत देने की बात स्वीकार की.
चुनावी राज्य कर्नाटक में भ्रष्टाचार एक चुनावी मुद्दा है. रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी भाजपा शासित राज्य में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. पंजाब में जीत के बाद आम आदमी पार्टी भी कर्नाटक पर नज़र बनाए हुए हैं. आम आदमी पार्टी ने भी कर्नाटक में भ्रष्टाचार की बात कही है.
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