EC ने दी सफाई, राफेल डील से जुड़ी किताब की रिलीज पर नहीं लगाई रोक
नई दिल्ली। चेन्नई के एक प्रकाशक ने मंगलवार को कहा था कि चुनाव ने एस विजयन द्वारा राफेल विमान सौदे पर लिखी गई किताब के विमोचन पर रोक लगा दी है और इसकी सैकड़ों प्रतियां जब्त कर ली हैं। हालांकि, शाम को प्रकाशक ने कहा कि पुस्तक का विमोचन किया जाएगा। उधर इस मुद्दे पर सफाई देते हुए राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यव्रत साहू ने कहा कि भारत के चुनाव आयोग और उनके कार्यालय ने इस 48-पृष्ठ की पुस्तक के विमोचन के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किया था।
'नट्टई उलुक्कम राफेल' किताब को एस विजयन ने लिखा है। इससे पहले दिन में भारती पुस्तकालयन के एडिटक पीके राजन ने कहा था कि, चुनाव आयोग का फ्लाइंग स्क्वॉड आज सुबह उनके बुक स्टॉल अंदर घुस आया और कॉपियां जब्त कर ली। इसके साथ ही मुझसे कहा गया कि, पुस्तक का विमोचन नहीं कर सकते क्योंकि यह एक राजनीतिक है। उन्होंने कहा कि मुझे पुस्तक जारी करने की पूर्व अनुमति नहीं मिली है। यह आश्चर्यजनक है क्योंकि शहर में हर दूसरे दिन पुस्तकों का विमोचन हो रहा है और मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमें क्यों निशाना बनाया।
राजन ने कहा था, 'यह किताब सार्वजनिक क्षेत्र में उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। हमने चुनाव पर कई किताबें प्रकाशित की हैं। पता नहीं अचानक से यह चुनाव आयोग और सरकार के लिए आपत्तिजनक कैसे हो गया? हम इस किताब को अपने यहां भी नहीं बेच सकते।' हालांकि, शाम को सीईओ ने स्पष्ट किया कि ईसीआई की इसमें कोई भूमिका थी। साहू ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को देखने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिया हैं।
सीईओ की ओर से आई सफाई के बाद भारती प्रकाशन के एडिटर राजन ने कहा कि पुस्तक का विमोचन शाम को अन्ना आर्युलायम के पीछे स्थित भारती पुस्तकालयम में होगा। उन्होंने कहा, हमने यह भी सुना है कि चुनाव आयोग ने एक विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें दावा किया गया था कि रिलीज पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसलिए शाम को पुस्तक का विमोचन होगा।
बता दें कि, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल डील में पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। यही नहीं कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में राफेल को प्रमुख मुद्दा बनाया है। यहां तक की कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में भी ऐलान कर दिया कि अगर वे सरकार में आते हैं तो राफेल डील में हुए भ्रष्टाचार की जांच करेंगे।
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