पीएम मोदी के मिशन शक्ति को लेकर राष्ट्र के नाम संबोधन पर चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार मिशन शक्ति की सफलता पर राष्ट्र के नाम संबोधन किया था। इसके बाद विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करते हुए इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। भारतीय चुनाव आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लेने की खबर है। 10 मार्च को लोकसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही पूरे देश में आदर्श आटार संहिता लागू हैं। आयोग ने अधिकारियों की एक समिति को निर्देश दिया है कि वह आदर्श आचार संहिता के आलोक में मामले की तुरंत जाँच करे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि वो देश को दोपहर को संबोधिंत करेंगे। इसके बाद लोगों की नजर उनके संबोधन पर थी। पीएम मोदी ने दोपहर में देश को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय स्पेस एजेंसी ने 'मिशन शक्ति' नाम के एक ऑपरेशन में लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में बेकार पड़े एक सैटलाइट को मार गिराया है। देश ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब तक दुनिया के 3 देश अमेरिका, रूस और चीन को अंतरिक्ष में यह उपलब्धि हासिल थी। भारत अब चौथा देश बन गया है। भारत के लिए यह गर्व का पल है। वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर एनईओ (लो अर्थ ऑर्बिट) में एक लाइट सैटलाइट को मार गिराया है। भारत ने आज अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना नाम इतिहास में दर्ज कराया है। 'मिशन शक्ति' एक कठिन ऑपरेशन था।
इसके बाद सीपीएम ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर डीआरडीओ को बधाई दी और तंज कसा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा राजनीतिक थी। मिशन शक्ति की कामयाबी का ऐलान देश के वैज्ञानिकों को करना चाहिए था। इसका श्रेय वैज्ञानिकों को ही जाना चाहिए। हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे।
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