फर्जी वैक्सीन घोटाले में ईडी की कोलकाता में 10 जगहों पर छापेमारी
कोलकाता, 01 सितंबर। देश जिस वक्त कोरोना महामारी की लड़ाई से लड़ रहा है तो इस मुश्किल समय में भी लोग फर्जी वैक्सीन के धंधे में शामिल हैं। इस तरह के रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय की टीम आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि ईडी कोलकाता में 10 अलग-अलग जगह पर फर्जी वैक्सीन को लेकर छापेमारी कर रही है।
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बता दें कि कुछ दिनों पहले कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन कैंप की खबर सामने आई थी, जिसमे फर्जी आईएएस अधिकारी तक पकड़ा गया था। पुलिस ने फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब को गिरफ्तार कियाथा। पूछताछ के बाद चौंकाने वाली जानकारीभी सामने आई थी। आरोपी से पूछताछ के बाद यह बात सामने आई कि कुछ जगहों पर जहां कोरोना टीकाकरण अभियान का कैंप चल रहा है वहां लोगों को कोविशील्ड की बजाए निमोनिया का टीका लगाया जा रहा है। यही नहीं यह बात भी सामने आई है कि फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन का टीएमसी के नेताओं से भी लिंक है। हालांकि पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि देबांजन फर्जी कोविशील्ड के ग्राफिक्स को प्रिंट करवाताथा और उसे वैक्सीन की शीशी पर लगाता था। देबांजन सैनेटाइजर के धंधे से भी जुड़ा है। लेकिन उसका सैनिटाइजर भी नकली निकला। रिपोर्ट के अनुसार देबांजन ने तकरीबन 4-5 बार कोरोना टीकाकरण का कैंप लगवाया जिसमे उसने तकरीबन 200 लोगों को नकली कोरोना की वैक्सीन लगा डाली। गौर करने वाली बात है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी फर्जी वैक्सीन को लेकर चेताया था और भारत सरकार से कहा था कि वह फर्जी वैक्सीन को रोकने के लिए सक्रियता को बढ़ाए। बहरहाल ईडी की छापेमारी के बाद माना जा रहा है कि इसमे और भी आरोपी सामने आ सकते हैं और उनके तार कहां तक जुड़े हैं इसका भी खुलासा हो सकता है।