'वन नेशन, वन इलेक्शन' मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने मंगलवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया। पद भार संभालते ही रावत ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि आयोग का पूरा प्रयास देश में पारदर्शिता लाने का है और आगे भी वो इसी मुद्दे पर काम करता रहेगा। जब उनसे पीएम मोदी 'वन नेशन, वन इलेक्शन' वाले मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन इतना जरूर बोला कि 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लागू करना काफी चुनौतीपूर्ण है।
इसे लागू करने से पहले कानूनी और संवैधानिक प्रक्रिया पूरी हो जानी चाहिए, ये एक चुनौती पूर्ण काम है क्योंकि भारत एक विशाल देश है लेकिन मुझे पता है कि यहां असंभव कुछ भी नहीं है। फिलहाल मेरी जिम्मेदारी चुनाव कराने की है और वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
वोटर आईडी को आधार से लिंक करने के पक्ष में हैं रावत
इससे पहले नवनियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त ओमप्रकाश रावत ने कहा था कि वो भी वोटर आईडी को आधार से लिंक करने के पक्ष में हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे देश में पारदर्शिता बनी रहेगी। इकोनॉमी टाइम्स से बात करते हुए रावत ने कहा था कि मुझे लगता है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग की सुविधा और मतदान की डुप्लेकेसी के धोखे से बचने के लिए वोटर आईडी कार्ड के साथ आधार को लिंक कराना एकदम सही फैसला है।
मध्य प्रदेश कैडर के आईएस अधिकारी
23 जनवरी को पदभार संभालने वाले ओपी रावत 1977 बैच और मध्य प्रदेश कैडर के आईएस अधिकारी हैं। रावत, ए के ज्योति का स्थान लेंगे और 23 जनवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार ग्रहण करेंगे।
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