संजय राउत की टिप्पणी से नाराज डॉक्टरों ने मांगा इस्तीफा, सीएम ठाकरे को लिखा पत्र
नई दिल्ली। शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की एक टिप्पणी ने डॉक्टरों को नाराज कर दिया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ठाणे शाखा ने महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर संजय राउत का इस्तीफा मांगा है। शिवसेना नेता ने कहा था कि डॉक्टर कुछ नहीं जानते। उनसे ज्यादा कंपाउंडर जानते हैं। इसी बयान को लेकर डॉक्टरों में नाराजगी है।
सीएम ठाकरे को संबोधित पत्र में एसोसिएशन ने लिखा है 'स्वास्थ्यकर्मी न सिर्फ अपना बल्कि अपने परिजनों का जीवन खतरे में डालकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। ऐसे कठिन दौर में सरकार और राजनेताओं में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ खड़ा होना चाहिए। संजय राउत का बयान 'डॉक्टर से ज्यादा कंपाउंडर जानते हैं' चौंकाने वाला है। हम संजय राउत के बयान की निंदा करते हुए उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। उनका बयान डॉक्टरों का मनोबल गिराने वाला है।'
एमएआरडी ने भी जताया विरोध
वहीं राउत के बयान को लेकर महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने भी सीएम ठाकरे को पत्र लिखा है। एमएआरडी ने कहा कि एक तरफ से सरकार कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टरों की सराहना करती है तो दूसरी तरफ उनके नेता ऐसा बयान देते हैं। मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेते हुए एक्शन लेना चाहिए।
राउत ने बयान पर दी सफाई
डॉक्टरों का विरोध देखते हुए संजय राउत ने अपने बयान पर सफाई दी है। राउत ने कहा कि डॉक्टर बहुत ही सराहनीय काम कर रहे हैं। डॉक्टरों का अपमान करने का उनका मतलब नहीं था। उनका बयान WHO के संदर्भ में था कि अगर डब्ल्यूएचओ ने ठीक से काम किया होता तो कोविड-19 इस तरह न फैलता।
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