राहुल गांधी ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, कहा- जानबूझकर की गई 'नोटबंदी' और 'देशबंदी' ने कई घरों को उजाड़ दिया
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर 'नोटबंदी' और 'देशबंदी' को लेकर निशाना साधा है, उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर एक खबर का स्क्रीन शॉट शेयर किया है, जिसमें कहा गया है श्रीराम कॉलेज (Lady Shri Ram College) की एक होनहार छात्रा ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि 'लॉकडाउन' की वजह से हुए आर्थिक कष्ट के कारण उसकी पढ़ाई की फीस उसके घरवालों के लिए बोझ बन गई थी, इस खबर पर गहरा दुख जताते हुए राहुल गांधी ने Twitter लिखा है कि इस अत्यंत दुखद घड़ी में इस छात्रा के परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं, जानबूझकर की गई 'नोटबंदी' और 'देशबंदी' से भाजपा सरकार ने अनगिनत घर उजाड़ दिए, यही सच्चाई है। राहुल गांधी का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दिल्ली के मशहूर श्रीराम कॉलेज (Lady Shri Ram College) की 19 साल की छात्रा ऐश्वर्या रेड्डी , तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले की रहने वाली थी, उसके पिता श्रीनिवास मोटर मैकेनिक हैं, वो श्री राम कॉलेज में बीएससी मैथमेटिक्स की छात्रा थी, वो IAS बनने का सपना देखा करती थी , उसने 12वीं में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे, उसके पिता ने उसकी पढ़ाई के लिए अपना घर गिरवी रखा हुआ था, जिसक किस्त वो आज भी दे रहे हैं लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन के कारण उनकी आर्थिक हालत काफी खराब हो गई और उनकी बेटी ने 2 नवंबर को घर में फांसी लगा ली, बेटी के पास से जो सुसाइड लेटर मिला है, उसमें उसने लिखा है कि मेरी पढ़ाई मेरे परिवार के लिए कष्ट बन गई है और बिना पढ़ाई के मेरे लिए जीना व्यर्थ है इसलिए मैं अपनी जीवनलीला समाप्त कर रही हूं।
राहुल गांधी ने 'नोटबंदी' को राष्ट्रीय त्रासदी बताया
मालूम हो कि रविवार को 'नोटबंदी' के चार साल पूरे होने पर भी राहुल गांधी ने एक वीडियो जारी करके 'नोटबंदी' को हिंदुस्तान के गरीब, किसान, मजदूर और छोटे दुकानदारों पर आक्रमण बताया था, उन्होंने कहा था कि ये गलती हुई नहीं, जानबूझकर की गई थी, राहुल गांधी ने 'नोटबंदी' को राष्ट्रीय त्रासदी बताते हुए लोगों से अपनी आवाज बुलंद करने की बात कही थी।
पीएम मोदी ने 'नोटंबदी' के फैसले को सही ठहराया
जबकि दिन में पीएम मोदी ने ट्वीट करके 'नोटंबदी' के फैसले को सही बताते हुए कहा था कि इससे काले धन को कम करने में मदद मिली है, उन्होंने ट्वीट किया कि 'नोटबंदी' ने काले धन को कम करने में, टैक्स के अनुपालन व औपचारिकता में वृद्धि करने व पारदर्शिता को बढ़ाने में मदद की है।
भाजपा ने दिया कांग्रेस को करारा जवाब
यही नहीं भाजपा ने भी प्रेस वार्ता करके कहा कि 'नोटबंदी' से देश की अर्थव्यवस्था को साफ-सुथरा बनाने में मदद मिली, इसके कारण अर्थव्यवस्था औपचारिक रूप से मजबूत हुई और बड़ी संख्या में गरीबों की मदद की गई लेकिन कुछ लोगों के ये बात समझ नहीं आएगी क्योंकि 'नोटबंदी' की वजह से उनके विदेशों में फंसे अवैध काले निवेश सबसे सामने आ गए, उनसे साफ-सुथरी चीजें बर्दाश्त नहीं हो रही हैं, उनके पास कहने के लिए कुछ है ही नहीं इसलिए वो बातों को तोड़-मरोड़ को पेश करते हैं और गलत संदेश देते हैं, जैसा कि उन्होंने आज 'नोटबंदी' पर किया है।
मालूम हो कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में अचानक से रात 12 बजे के बाद से 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का ऐलान किया था, इसका उद्देश्य केवल काले धन पर नियंत्रण ही नहीं बल्कि जाली नोटों से छुटकारा पाना भी था। बता दें कि नोटबंदी का सही अर्थ 'विमुद्रीकरण' है, जिसके बाद उस मुद्रा की कुछ कीमत नहीं रह जाती, उससे किसी तरह की खरीद-फरोख्त नहीं की जा सकती है।
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