चिंतन शिविर में उठी मांग, अगर राहुल नहीं हैं तैयार तो प्रियंका को मिले कांग्रेस की कमान
उदयपुर, 14 मई: कांग्रेस का राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय 'चिंतन शिविर'चल रहा है। सत्र के दूसरे दिन शिविर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पार्टी की कमान सौंपने की मांग उठी। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की मौजूदगी में यह मांग की है। प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। वह सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। हालांकि दोनों ने ही इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की उपस्थिति में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ये समय राहुल गांधी को पार्टी की बागडोर संभालने का है और अगर किसी कारण से वो इस भूमिका को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो प्रियंका गांधी वाड्रा को आगे आना चाहिए और पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए, क्योंकि वो देश में सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों लोग और कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें।
इस दौरान वहां मौजूद मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें टोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने खड़गे को ही उल्टा जवाब दे दिया। आचार्य प्रमोद की इस मांग पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। आचार्य प्रमोद कृष्णम अकेले नहीं हैं, जिन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी कहा कि, प्रियंका को राष्ट्रीय स्तर पर लाना चाहिए न कि एक राज्य में सीमित करना चाहिए। रंजीत रंजन ने भी हामी भरी कि एक प्रदेश में उनको कैद करना सही नहीं है।
राजस्थान के पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने बैठक में कहा कि हम नहीं सुधरे तो खत्म हो जाएंगे। गुजरात के इंचार्ज रघु शर्मा ने दो टूक कह दिया कि अगर हमने हिमाचल और गुजरात के चुनाव नहीं जीते तो 2024 भूल जाइए। इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस 100 साल से अधिक समय से भारतीय राजनीति के केंद्र में रही है। भाजपा ने हर पहलू से देश को नीचा दिखाया है। युवाओं को नौकरी और प्रगति की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि यह पार्टी को देने का समय है। हम चुनौतियों से पार पाएंगे। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है और हम सभी पार्टी के सिपाही हैं। राहुल गांधी पार्टी के नेता हैं। हम सब उनके पीछे मजबूती के साथ खड़े हैं।