ताहिर हुसैन के वकील का दावा, सबूत इकट्ठा करने के लिए दिल्ली पुलिस रच सकती है साजिश
नई दिल्ली। दिल्ली दंगों में पुलिस ने अपनी चार्जशीट कोर्ट में दायर कर दी गई। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी से निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों का मुख्य साजिशकर्ता बताया है, यही नहीं आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का भी मुख्य साजिशकर्ता बताया है। लेकिन दिल्ली पुलिस के दावों पर ताहिर हुसैन के वकील ने सवाल खड़ा किया है। ताहिर के वकील जावेद अली ने कहा कि पुलिस ताहिर हुसैन को मुख्य साजिशकर्ता साबित करने के लिए कोई भी सबूत पेश नहीं कर सकी है।
जावेद अली ने दिल्ली पुलिस के दावों पर पलटवार करते हुए कहा कि आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के पीछे ताहिर हुसैन की साजिश थी, इसको लेकर पुलिस कोई भी सबूत पेश नहीं कर सकती है। ऐसे में इस बात की अधिक संभावना है कि पुलिस कुछ तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करेगी और जानबूझकर ऐसी चीजों को रिकवरी के तौर पर दिखाएगी की ताकि वह अपने दावे को साबित कर सके। बता दें कि पुलिस का चार्जशीट में दावा है कि आम आदमी पार्टी से निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन की इस दंगे में अहम भूमिका थी। ताहिर ने दंगों की तैयारी बहुत पहले से कर रखी थी।
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दिल्ली पुलिस ने जो चार्जशीट दायर की है वह 1030 पेज की है और इसमे ताहिर हुसैन के अलावा उनके भाई और 15 अन्य लोगों के नाम शामिल हैं। ये सभी नाम 75 लोगों के बयानों के आधार पर चार्जशीट में शामिल किए गए हैं। चार्जशीट इस बात की ओर इशारा करती है कि ताहिर हुसैन ने दंगों की पहले से ही तैयारी कर रखी थी क्योंकि उनके घर के आस-पास के सभी सीसीटीवी कैमरे पहले से ही बंद थे। जांच में यह बात भी सामने आई है कि जब क्राइम ब्रांच की टीम ने इन कैमरों को स्कैन किया तो पुलिस को कुछ भी नहीं मिला। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि जब 24 व 25 फरवरी को दिल्ली के चांदबाग इलाके में दंगे भड़के तो ताहिर हुसैन चांदबाग इलाके में स्थित अपने घर में पहले से ही मौजूद थे।