दिल्ली में कोरोना का कहर, 7 दिन में 400 से अधिक लोगों की मौत
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली एक बार फिर से कोरोना वायरस की भयानक चपेट में है। कल रात जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे में 7745 नए केस सामने आए हैं, जो एक दिन का रिकॉर्ड है। राजधानी में कोविड 19 की तीसरी लहर देखी जा रही है। दिल्ली में महज एक हफ्ते में 400 से ज्यादा लोग कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं। सिर्फ नवंबर के महीने में 46 हजार 159 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
Recommended Video
दिल्ली के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, 1 से 7 नवंबर के बीच 427 लोग कोरोनावायरस के शिकार हो गए हैं। जबकि अक्टूबर के पूरे महीने में कोरोना से 1,124 की मौत हुए हुई थी। इससे पहले सितंबर महीने में दिल्ली में 917 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई थी। वहीं दिल्ली में 1 अगस्त से 31 अगस्त तक कोरोना से 458 मौतें हुई थीं। हालांकि दिल्ली में कोरोना की वजह से जून में 2247 लोगों ने दम तोड़ा था, जो कि एक महीने में मरने वालों को सर्वाधिक आंकड़ा है।
उस समय दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण दर 30 फीसदी पर पहुंच गई थी। वहीं, मौत की दर 7 फीसदी को पार कर गई थी। कोरोना से पूरी दिल्ली में अब तक (नवंबर) 6989 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना की सबसे खतरनाक तीसरी लहर बस 4-5 दिन और रहने वाली है। उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि दिल्ली में कोरोना के केस अभी अपने पीक पर हैं और विशेषज्ञों का कहना है कि यह अभी 4-5 दिन और रह सकता है। दिल्ली में मृत्यु दर 1.59 प्रतिशत है।'
जैन ने कोरोना के बढ़ते केसों के लिए ज्यादातर लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया जो अभी भी मास्क नहीं पहन रहे हैं। उन्होंने कहा, 'बहुत से लोग अब भी मास्क नहीं पहन रहे हैं। ज्यादातर केस वर्किंग क्लास से हैं।' उन्होंने बताया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) के 110 नए बेड जोड़े गए हैं। वहीं निजी अस्पातालों में भी कोरोना रोगियों के लिए 685 बेड बढ़ाए गए हैं।
दिल्ली में पीक पर पहुंचा कोरोना वायरस, दैनिक मामलों में महाराष्ट्र और केरल को छोड़ा पीछे