चीनी दूतावास के बाहर तिब्बत के एक्टिविस्ट का प्रदर्शन, दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया
नई दिल्ली। तिब्बत के एक एक्टिविस्ट ने शनिवार को चीनी दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया। एक्टिविस्ट ने चीन के दूतावास के सामने झंड़ा लहराते हुए नारेबाजी की। जिसके बाद दिल्ली पुलिस वहां पहुंच गई और उसे हिरासत में लेते हुए वहां से ले गई। दिल्ली पुलिस ने इसके बाद चीनी दूतावास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।
तिब्बत के लोग अक्सर चीन के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं। इससे पहले जुलाई में कुछ तिब्बती लोगों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया था। पुलिस ने यह जानकारी दी। मध्य दिल्ली में स्थित चीनी दूतावास के पास जब येलोग पहुंचे तो पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया और थाना ले गई थी, बाद में सभी को रिहा कर दिया गया था।
तिब्बत के लोग लंबे समय से चीन के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और लगातार अपना विरोध दर्ज कराते रहे हैं। चीन और तिब्बत के बीच विवाद, तिब्बत की कानूनी स्थिति को लेकर है। तिब्बत को चीन ने साल 1951 में अपने नियंत्रण में ले लिया था। चीन कहता है कि तिब्बत तेरहवीं शताब्दी के मध्य से चीन का हिस्सा रहा है लेकिन तिब्बतियों का कहना है कि तिब्बत कई शताब्दियों तक एक स्वतन्त्र राज्य था और चीन का उसपर निरंतर अधिकार नहीं रहा। 1959 में चीन के ख़िलाफ हुए एक विद्रोह भी तिब्बत में हुआ था, जो नाकाम रहा था। इसके बाद उस वक्त 14वें दलाई लामा को तिब्बत छोड़कर भारत में शरण लेनी पड़ी जहां उन्होंने निर्वासित सरकार का गठन किया था।
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