दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का फ्रांस में मुफ्त इलाज कराएंगे अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित इन दिनों दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। पूर्व सीएम ने इलाज के लिए दिल्ली सरकार से गुहार लगाई है। अब दिल्ली की सरकार पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का विदेश में इलाज कराने जा रही है। शीला दीक्षित ने 30 जुलाई को दिल्ली सरकार के डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज(DGHS) को एक लेटर लिखकर फ्रांस में हॉर्ट वॉल्व रीप्लेसमेंट की सर्जरी करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। इस लेटर में पूर्व सीएम ने फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट के चेयरमैन डॉ. अशोक सेठ की सलाह के बारे में लिखा गया है।
दिल्ली के हॉस्पिटल ने फ्रांस में दी इलाज करवाने की सलाह
इस लेटर में डॉ. सेठ ने सलाह दी है कि इस जटिल सर्जरी फ्रांस के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में लिली में डॉ. थॉमस मोडीन की देखरेख में करवाई जा सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने डीजीएचएस को लिखे लेटर में बताया कि वह हार्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट में करवाने वाली थी। लेकिन इंस्टिट्यूट के चेयरमैन ने सलाह दी कि यह सर्जरी फ्रांस के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में हो करवाएं।
दिल्ली सरकार ने पूर्व सीएम के इलाज के लिए बनाई कमेटी
इसके बाद शीला दीक्षित ने फ्रांस की यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल से इस सर्जरी को लेकर संपर्क किया। जिसके बाद अस्पताल ने उन्हें अगस्त में सर्जरी की डेट दी। शीला दीक्षित ने DGHS को लिखे पत्र में बताया कि वह 12 अगस्त को फ्रांस के लिए रवाना होना चाहती है और 14 अगस्त को सर्जरी कराने का प्लान है। पूर्व सीएम के पत्र मिले के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने फोर्टिस हॉस्पिटल के चेयरमैन की सलाह पर फैसला लेने के लिए चार सदस्यों की एक्सपर्ट कमेटी बनाई है, जो सरकार को रिपोर्ट देगी। इस कमेटी की सलाह के बाद ही शीला दीक्षित की फ्रांस के हॉस्पिटल में सर्जरी करवाने का रास्ता साफ हो सकेगा।
दिल्ली सरकार जल्द देगी विदेश में इलाज की मंजूरी
बता दें कि दिल्ली में मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक और पूर्व विधायकों का दिल्ली के अस्पतालों में इलाज करवाए जाने का नियम है। वहीं अगर कोई मंत्री या पूर्व मंत्री विदेश में इलाज की मांग करता है तो उसके लिए एक प्रोसिजर बनाया गया है। जिनके आधार पर मौजूदा सरकार उस व्यक्ति की मांग पर फैसला करती है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली सरकार पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित विदेश में इलाज की मांग को लेकर गंभीर है। कमेटी के निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सरकार को दे, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री के इलाज का रास्ता साफ हो सके।
राजस्थान में मुस्लिम गांवों के नाम बदलने पर चढ़ा सियासी पारा, कांग्रेस ने लगाए ये गंभीर आरोप