दिल्ली चुनाव को लेकर AAP की लिस्ट पर कुमार विश्वास का तगड़ा कमेंट, जानिए क्या कहा
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इस बार जारी लिस्ट में पार्टी नेतृत्व ने 46 मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं 15 मौजूदा विधायकों का टिकट काटा गया है। इस बार 8 महिलाओं को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं दूसरे दलों से आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने वाले कई नेताओं को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, पार्टी की ओर से उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद पार्टी में विरोध के सुर भी बुलंद हुए हैं। जिन विधायकों के टिकट काटे गए हैं उनमें से कुछ ने पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए हैं। इस बीच कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की लिस्ट पर प्रतिक्रिया दी है। जानिए क्या कहा उन्होंने...
AAP की लिस्ट पर कुमार विश्वास ने किया ये कमेंट
दिल्ली चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की लिस्ट सामने आने के बाद पार्टी में घमासान देखने को मिल रहा है। पार्टी के विधायक एनडी शर्मा ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कि पार्टी ने टिकट बेचे हैं। दरअसल, आम आदमी पार्टी ने इस बार 15 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस समेत दूसरे दलों से आए कई दिग्गजों का पार्टी ने इस बार चुनाव मैदान में उतारा है। पार्टी के इस फैसले के बीच कुमार विश्वास ने भी कमेंट किया है।
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'इन्हीं से लड़कर जीते...2020 में इन्हें बुलाकर टिकट दे दिया'
कुमार विश्वास ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, '2013 में पार्टी के लोग इनसे पिटे, हमने संघर्ष किया और इन्हीं से लड़कर जीते...2020 में इन्हें बुलाकर टिकट दे दिया!' कुमार विश्वास ने एक पुराने ट्वीट को आधार बनाकर अपनी बात रखी। इसमे लिखा गया था कि धनवती चंदेला के गुंडों ने आप के कार्यकर्ताओं को पीटा था।
विधायकों के टिकट कटने पर क्या बोले सिसोदिया
वहीं जिन विधायकों के टिकट काटे गए हैं उनको लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष पर कहा कि काम के आधार पर टिकट दिए गए हैं। पार्टी ने अपने स्तर पर सभी विधायकों के कामकाज का सर्वे करवाया और जनता की राय के आधार पर टिकटों का फैसला लिया गया है। जिनके टिकट कट गए वो अब कई तरह के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है।