मोदी ने कसा तो बाज आया दिल्ली का डीडीए
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) दिल्ली वालों को मालूम है कि डीडीए यानी दिल्ली विकास प्राधिकारण में किस कद्र निकम्मापन और काहिली छाई हुई है। यहां के अफसर और दूसरे मुलाजिमों ने सोच रखा है कि वे नहीं सुधरेंगे। पर हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दफ्तर से उन्हें कसा गया तो वे सुधरते दिखे। पीएमओ से डीडीए को निर्देश मिले कि वह राजधानी में एक भव्य कन्वेंशन सेंटर और एक्सबिशन हॉल के लिए लैंड खोजे।
आया हरकत में
पीएमओ से मिले आदेश के फौरन बाद डीडीए के अफसर हरकत में आ गए। उन्होंने पीएमओ को सूचित किया कि इस बाबत लैंड द्वारका क्षेत्र में तलाश ली गई है। मात्र तीन दिनों में डीडीए ने 20 हेक्टेयर लैंड को खोजा निकाला।
किन अफसरों के साथ चलाते हैं मोदी अपनी सरकार
लगते हैं सालों
हालांकि डीडीए से छोटे से काम को करवाने के लिए भी सालों का वक्त गुजर जाता है। सूत्रों ने बताया कि उक्त कामों के लिए डीडीए से लंबे समय से कहा जा रहा था कि वह लैंड तलाशे। पर न तो कहने वाले गंभीर थे और न ही डीडीए। पर जब पीएमओ से डीडीए को कसा गया तो उसके समझ आ गया कि मामला गंभीर है।
पीएम की दिलचस्पी
दरअसल इस प्रस्ताव को तुरंत पूरा करने के लिए मोदी खुद दिलचस्पी ले रहे हैं। वे किसी भी तरह की देऱी स्वीकार नहीं कर रहे। जानकारों ने बताया कि मोदी ने अपनी हालिया चीन, मंगोलिया और साउथ कोरिया यात्रा के बाद इस संबंध में तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए थे। उसके बाद तो डीडीए ने भी देरी नहीं की। हालांकि पूर्वी दिल्ली के सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप गुप्ता ने कहा कि डीडीए को तभी सुधरा हुआ माना जाएगा जब वहां पर आम इंसान के काम भी मजे से होने लगेंगे।