कॉर्बेवैक्स वैक्सीन को मिली DCGI की मंजूरी, अब बूस्टर डोज में होगा इस वैक्सीन का इस्तेमाल
नई दिल्ली, जून 04। भारतीय दवा नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कॉर्बेवैक्स वैक्सीन को बूस्टर डोज के रूप में इस्तेमाल की मंजूरी प्रदान कर दी है। शनिवार को बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड की ओर से इसका ऐलान किया गया।
कोई भी वैक्सीन लेने के बाद कॉर्बेवैक्स की लग जाएगी डोज
आपको बता दें कि कॉर्बेवैक्स भारत की पहली कोरोना वैक्सीन है, जिसे डीसीजीआई ने 'हेट्रोलोगस' श्रेणी में बूस्टर डोज के रूप में मंजूरी दी है। इसका मतलब यह है कि अगर किसी व्यक्ति ने कोविशील्ड या फिर कोवैक्सीन की दोनों डोज ली हुई हैं तो वो व्यक्ति बूस्टर डोज के रूप में कॉर्बेवैक्स वैक्सीन लगवा सकता है। बता दें कि बूस्टर डोज के लए वो व्यक्ति योग्य है जिसे वैक्सीन की दोनों डोज लिए कम से कम 6 महीने का वक्त हो गया हो।
मंजूरी मिलने पर बायोलॉजिकल ई. ने जाहिर की खुशी
कॉर्बेवैक्सीन को बूस्टर डोज के लिए DCGI की मंजूरी मिलने के बाद बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड की एमडी महिमा डाल्टा ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि हम इस मंजूरी से बेहद खुश हैं, इस मंजूरी के मिलने के बाद हम देशभर में बूस्टर डोज की जरूरत को पूरा करेंगे। आपको बता दें कि देश में वैक्सीनेशन अभियान बहुत तेजी से चल रहा है। दोनों डोज लगने के बाद अब देश में बूस्टर डोज लगाई जा रही है। अभी तक 190 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है।
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