Cyclone Sitrang: दिवाली से पहले देश पर मंडराया चक्रवाती तूफान का खतरा, ओडिशा के 7 जिलों में अलर्ट जारी
Cyclone Sitrang: एक बार फिर से चक्रवाती तूफान की आहट ने वैज्ञानिकों को हैरान-परेशान कर दिया है। बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक प्रेशर बन रहा है जो कि एक शक्तिशाली तूफान में तब्दील हो सकता है लेकिन अभी तक इस तूफान की तीव्रता क्या होगी? इस बारे में सही आकंलन नहीं हो पाया है। हालांकि मौसम विभाग ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है। उसका कहना है कि खाड़ी में बना लो प्रेशर एरिया इस वक्त वेस्ट-नॉर्थ की ओर मूव कर रहा है, जिसके 23 अक्टूबर को तट से टकराने की आशंका है, जिससे कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है, अगर ऐसा हुआ तो ये तूफान दिवाली के त्योहार को फीका कर सकता है।
फिलहाल ये लो प्रेशर एरिया चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से अभी औसतत 7.6 किलोमीटर तक फैला हुआ है, जो कि आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक 23 अक्टूबर को तट से टकराने के बाद नार्थ ईस्ट की ओर मूव करेगा और 25 अक्टूबर को ओडिशा को क्रास करते हुए पश्चिम बंगाल और बांगलादेश के तट से टकराएगा।
ओडिशा के सात जिलों में अलर्ट जारी
फिलहाल आईएमडी की इस चेतावनी के बाद से ओडिशा के सात जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी भी कैंसिल कर दी गई है। ये सात जिले हैं- गंजाम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर। तो वहीं 23 अक्टूबर के लिए पुरी, केंद्रपाड़ा और जगतसिंह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
अनुमान है कि अगर ये प्रेशर तूफान में तब्दील होता है तो इसका नाम 'सितरंग' होगा. जो कि थाइलैंड की ओर से रखा गया है। इसका अर्थ होता है 'पानी की लहर।' हालांकि अभी इस प्रेशर की तीव्रता क्या होगी, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है, फिलहाल मौसम वैज्ञानिकों की नजर इस तूफान पर बनी हुई है। बंगाल और उसके आस-पास के राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
ओडिशा में आज का मौसम वैसे तो साफ है, कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं लेकिन कल से यहां मौसम के तेवर बदल सकते हैं। साइक्लोन के मद्देनजर तटीय इलाकों को अलर्ट जारी किया गया है तो वहीं मछुआरों को 22 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक समुद्र में जाने से रोका गया है और सभी सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि अगर ये प्रेशर तूफान में तब्दील होता है तो 49 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।