चेतन चीता की पत्नी ने फारुख अब्दुल्ला से पूछा, पत्थरबाज राष्ट्रवादी तो फिर राष्ट्रविरोधी कौन?
सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन कुमार चीता की पत्नी उमा सिंह ने फारुख अब्दुल्ला से किया सवाल अगर पत्थर फेंकने वाले राष्ट्रवादी तो फिर उन्हें बताना होगा कि राष्ट्रविरोधी कौन हैं?
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के बुधवार को दिए गए बयान पर अब सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन कुमार चीता की पत्नी उमा सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उमा ने फारुख से कहा है कि उन्हें यह बात बतानी होगी कि अगर पत्थर फेंकने वाले राष्ट्रवादी हैं तो फिर राष्ट्रविरोधी कौन लोग हैं?
पत्थरबाज सबसे बड़ी मुसीबत
उमा से गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, 'अगर फारुख अब्दुल्ला को लगता है कि पत्थर फेंकने वाले राष्ट्रवादी हैं तो फिर हमें यह तय करना होगा कि राष्ट्रविरोधी लोग कौन हैं?' उमा ने आगे कहा कि कश्मीर में पत्थरबाज कश्मीर की सुरक्षा में लगे सुरक्षाबलों के रास्ते में सबसे बड़ा बाधा बन गए हैं। उमा सिंह के पति सीआरपीएफ कमांडेंट करीब दो माह कोमा में रहने के बाद बुधवार को पहली बार सबके सामने आए हैं। वह 14 फरवरी को कश्मीर के बांदीपोर के हाजिन इलाके में हुए एनकाउंटर में घायल हो गए थे और उन्हें नौ गोलियां लगी थीं। जिस समय हाजिन में एनकाउंटर हो रहा था स्थानीय लोगों की ओर से सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके जा रहे थे। इस एनकाउंटर में इंडियन आर्मी के तीन जवान शहीद हो गए थे। पत्थरबाजी इतनी ज्यादा थी कि बुरी तरह से घायल चेतन चीता को एयरलिफ्ट करके श्रीनगर के अस्पताल लाना पड़ा था।
क्या कहा था अब्दुल्ला ने
गुरुवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों का बचाव किया था। उन्होंने यह कहते हुए घाटी में पथराव करने वाले युवाओं का बचाव किया कि वो देश के लिए लड़ रहे हैं और कश्मीर के लोगों की इच्छा के अनुरूप कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए लड़ रहे हैं। उनके इस बयान की सत्तारूढ़ पीडीपी और बीजेपी ने कड़ी निंदा की है। अब्दुल्ला ने कहा कि पथराव करने वाले युवा अपनी जान पर्यटन के लिए नहीं दे रहे हैं। अब्दुल्ला ने यह बात उस समय कही जब वह श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनावों में प्रचार के लिए एक रैली को संबोधित कर रहे थे। वह यहां से नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं जिस पर नौ अप्रैल को वोटिंग होनी है। यह बात उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कही जो उन्होंने दो अप्रैल को सुरंग के उद्घाटन के दौरान दिया था। पीएम मोदी ने तब कहा था कि कश्मीर के युवाओं को पर्यटन और आतंकवाद के बीच चयन करने की जरूरत है।