ICMR के वैज्ञानिक का दावा, 11 मार्च तक अपने अंत की ओर बढ़ना शुरू होगी कोरोना महामारी
नई दिल्ली, जनवरी 19। देश इस वक्त कोरोना महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है। दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में कोरोना संक्रमण का पीक आने के बाद अब पिछले कुछ दिनों से दैनिक मामले लगातार कम हो रहे हैं। हालांकि कुल केस की संख्या में उतार-चढ़ाव अभी भी जारी है। पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के नए केस फिर से ढाई लाख के पार चले गए हैं और 441 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) में महामारी विज्ञान के प्रमुख समीरन पांडा ने दावा किया है कि 11 मार्च तक कोरोना महामारी अपने अंत की ओर बढ़ना शुरू हो जाएगी।
'11 दिसंबर को शुरू हुई थी तीसरी लहर'
समीरन पांडा का कहना है कि आने वाले कुछ महीनों में अगर कोरोना का कोई नया वेरिएंट नहीं आता है तो 11 मार्च तक संक्रमण की रफ्तार काफी कम हो जाएगी और ये महामारी अपने अंत की ओर होगी। उन्होंने कहा कि भारत में तीसरी लहर की शुरुआत 11 दिसंबर से शुरू होकर तीन महीने तक बनी रहेगी। ऐसे में 11 मार्च तक संक्रमण की रफ्तार में काफी आ जाएगी।
दिल्ली और मुंबई में बीत चुका है पीक- समीरन
डॉक्टर समीरन पांडा ने आगे कहा है कि हमें महामारी के अंत की शुरुआत अगले कुछ हफ्तों में ही दिख जाएगी, क्योंकि देश के दो प्रमुख शहरों दिल्ली और मुंबई में संक्रमण का पीक गुजर चुका है, अब भयावह स्थिति खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि इन दोनों महानगरों में ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट का अनुपात 80 और 20 प्रतिशत का है। उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में अभी महामारी की अलग-अलग स्थिति है।
समीरन पांडा ने कहा कि वायरस में महामारी विज्ञान परिवर्तन के कारण अलग-अलग राज्यों में इस वक्त टेस्टिंग कम हो रही हैं। हमने राज्यों से टेस्टिंग कम करने को नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि महामारी ने अपना तरीका बदला है, इसलिए टेस्टिंग में कमी आ गई है।
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