Covid-19: 24 घंटे में एक भी केस नहीं आने पर बोले CM केजरीवाल, अब बड़ी चुनौती ये है....
नई दिल्ली- 24 घंटों तक राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का कोई नया केस सामने नहीं आना बहुत ही राहत भरी खबर मानी जा सकती है। लेकिन, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी काफी संभलकर बयान दे रहे हैं। उन्होंने फिर से दिल्ली वालों से सहयोग की अपील की है। उनके मुताबिक नया मामला सामने नहीं आने भर से खुश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जिस बात का खतरा है वह अभी टला नहीं है। वैसे मंगलवार को लॉकडाउन को लेकर अपनाई जा रही पुलिस-प्रशासन की सख्ती का सड़कों पर असर जरूर नजर आ रहा है और सोमवार के मुकाबले सड़कें काफी सूनी दिखाई पड़ रही हैं।

केजरीवाल बोले, अब बड़ी चुनौती ये है....
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा है कि अब सबसे बड़ी चुनौती ये है कि यहां के बाद परिस्थितियां नियंत्रण से बाहर न जाने पाए। सीएम केजरीवाल ने ट्विटर पर दिल्ली के लोगों को संबोधित करते हुए लिखा है कि, "पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोई नया केस नहीं आया। 5 लोग इलाज करवाकर जा चुके हैं। अभी खुश नहीं होना। अभी सबसे बड़ी चुनौती है किसी भी अवस्था में स्थिति को बेक़ाबू नहीं होने देना। इसमें आप सबका सहयोग चाहिए।"

भीड़भाड़ से दूर रहने पर जोर
दिल्ली देश के उन 30 राज्यों में शामिल है जो कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अधिकतम एहतियाती कदम उठा चुके हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है, लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की बार-बार अपील की जा रही है, भीड़भाड़ करने पर सख्त पाबंदी लगाई दी गई है, ताकि ये वायरस समाजिक महामारी का रूप न ले ले। क्योंकि, चिंता इस बात को लेकर है कि ऐसे हालात होने पर संक्रमण के स्रोत तक पहुंचना नाममुकिन हो जाएगा और फिर हालात बेकाबू होने से कोई नहीं रोक सकता।

निषेधाज्ञा तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई
पब्लिक ट्रांस्पोर्ट के अलावा, दुकानों, बाजारों, धार्मिक स्थलों , प्राइवेट दफ्तरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और फैक्ट्रियों के संचालन पर दिल्ली में 31 मार्च तक रोक लगी हुई है। इसे पुख्ता करने के लिए दिल्ली पुलिस ने सीआरपीसी की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू कर दी है। उधर केंद्र सरकार ने पहले ही ट्रेनों और मेट्रो सेवाओं के संचालन पर 31 तारीख तक के लिए रोक लगाई हुई है। सोमवार को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों से कहा था कि वे लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें।

मंगलवार को लॉकडाउन का ज्यादा असर
सोमवार के मुकाबले मंगलवार को लॉकडाउन के प्रति ज्यादा सख्ती दिखाने से फर्क ये पड़ा है कि दिल्ली समेत एनसीआर के नोएडा, गुरुग्राम और गाजिबाद में सड़कें आमतौर पर खाली दिखाई दे रही हैं। पुलिस के लोग लॉकडाउन को नजरअंदाज करने वालों को चालान काटने समेत बाकी सख्त कानूनी कार्रवाई करने की हिदायत देते भी देखे जा रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों पर इसका असर पड़ा है और बड़ी संख्या में लोग घरों में रहने के लिए बाध्य हुए हैं। हालांकि, अभी भी कुछ ऐसे लोग नजर आ जा रहे हैं, जो बिना किसी बहुत जरूरी वजह से सड़कों पर मौजूद नजर आ रहे हैं।
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