Coronavirus Impact: इंफोसिस ने कर्मचारियों की पदोन्नति और वेतन वृद्धि को लेकर लिया ये बड़ा फैसला
बेंगलुरु। कोरोना वायरस महामारी के इस समय में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित होने से अर्थव्यवस्था पर काफी प्रतिकूल असर पड़ा है। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की है। वहीं, कई कंपनियों ने अपने यहां छंटनी शुरू कर दी है, जिससे बहुत से कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। वहीं देश की दूसरी सबसे बड़ी आई कंपनी इन्फोसिस ने लॉकडान के चलते कर्मचारियों की पदोन्नति और वेतन वृद्धि को लेकर लिया ये बड़ा निर्णय लिया हैं।
नहीं होगी वेतनवृद्धि और न होगा प्रमोशन
इंफोसिस ने सोमवार को ऐलान किया कि फिलहाल वह अभी वह न तो किसी भी कर्मचारी को पदोन्नति देगा और ना ही वेतन वृद्धि करेगा। फर्म ने कहा कि लेकिन वो नए लोगों को नौकरी भी देगी। इन्फोसिस, जिसने मार्च 2020 की तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,335 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की हैं। लेकिन कंपनी ने कहा कि कोरोना प्रकोप के बीच कारोबार की भविष्य में अनिश्चितता के कारण 2021 का कंपनी अपना लक्ष्य प्राप्त कर पाएगी ये कोई निर्धारित नहीं हैं।
इन्फोसिस के सीईओ ने की ये बात
इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि इंफोसिस की टीम ने 93 प्रतिशत रिमोट काम किया है और इस तेजी से बदलते परिवेश में अपने क्लाइंट को बेहतर सेवाएं प्रदान कर रहा है। "जबकि तत्काल अल्पावधि चुनौतीपूर्ण होगा, आगे के हालात को देखते हुए हम देख सकते हैं कि उच्च-गुणवत्ता और चुस्त सेवा वितरण और मजबूत वित्तीय लचीलापन वाले भागीदारों के साथ समेकित करने के लिए एक मजबूत हित है। मुझे विश्वास है कि हम इस मजबूत से उभरेंगे और उसके बाद कर्मचारियों के पदोन्नति और सेलरी में बढ़ोत्तरी के बारे में कुछ बेहतर कर पाएंगे।
इंफोसिस को हुआ इतना मुनाफा
गौरतलब है कि भारत की अग्रणी आईटी सेवा कंपनियों में से एक इंफोसिस को वित्त वर्ष 2019-20 में 8 फीसदी तक का मुनाफा हुआ है। कंपनी ने बताया कि चौथी तिमाही में कंपनी का लाभ 6.3 प्रतिशत तक रहा जो कि करीब 4,335 करोड़ रुपये है। इसके अलावा राजस्व भी 8 फीसदी की वृद्धि के साथ 23,267 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध लाभ 16,639 करोड़ रुपये रहा, जो कि करीब 8 फीसदी है। इसी तरह राजस्व में भी 9.8 की बढ़ोतरी हुई और वह 90,791 करोड़ रुपये रहा। हालांकि कोरोना वायरस की वजह से कंपनी ने इस वित्त वर्ष को लेकर कुछ कहने से इनकार किया है।
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