आरोग्य सेतु के बाद मोदी सरकार ने शुरू की 'कोविड इंडिया सेवा', जानिए क्या हैं इसमें खास
Coronavirus: Government Starts 'Covid India Service,' Will Answer People's Questionsकोरोना वायरस: सरकार ने शुरू की 'कोविड इंडिया सेवा,' लोगों के सवालों का देगी जवाब
नई दिल्ली। कोरोनावायरस का प्रकोप भारत में बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए केन्द्र सरकार लगातार एक के बाद ऐतिहासिक कदम उठा रही हैं । पिछले दिनों भारत की आरोग्य सेतु जैसी स्मार्टफोन एप्प के जरिए कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने जाने की पहल की थी। जिसकी पैरवी दुनिया भर के वैज्ञानिक कर रहे हैं। आरोग्य सेतु के बाद केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कोविड इंडिया सेवा की शुरुआत की हैं।
कोविड इंडिया सेवा का हैं ये उद्देश्य
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि कोविड 19 पर नागरिक सहभागिता के लिए एक इंटरैक्टिव प्लेटफॉर्म कोविड इंडिया सेवा' की शुरुआत की गई हैं। इसका उद्देश्य वास्तविक समय में ई-गवर्नेंस डिलीवरी को सक्षम करना और नागरिक प्रश्नों का उत्तर देना है। मालूम हो कि कोविड इंडिया सेवा कोविड-19 को लेकर लोगों को जोड़ने के लिए एक इंटरैक्टिव प्रोग्राम है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य वास्तविक समय में ई-गवर्नेंस डिलीवरी को सक्षम करना और नागरिकों के सवालों का जवाब देना है। सरकार ने कोरोना वायरस से देश में बचाने में लगे स्वास्थ्यकर्मियों, वॉलंटियर्स की जानकारी देने के लिए दो वेबसाइट तैयार की हैं।
कोरोना योद्धाओं की जानकारी के लिए शुरु की गई ये वेबसाइट
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया गया कि covidwarriors.gov.in वेबसाइट पर कोविड वॉरियर्स से जुड़ी जानकारी उपलब्ध होगी। इसके अलावा igot.gov.in नाम से भी पोर्टल बनाया गया है जहां ट्रेनिंग मटीरियल को लेकर जानकारी मिलेगी। सरकार ने बताया कि इस वेबसाइट पर 40 हजार 550 जिलों में काम कर रहे वॉलंटियर्स और 47 हजार एनसीसी केडेट्स पर रजिस्टर हैं. सरकार की ओर से बताया गया कि कुल 27 लाख ट्रेंड वॉलंटियर्स देश भर में काम कर रहे हैं।
विदेशी वैज्ञानिकों ने भी आरोग्य सेतु की पैरवी
बता दें भारत में लॉकडाउन के दूसरे चरण की शुरुआत 15 अप्रैल से हुई और सरकार ने आरोग्य सेतु एप्प की शुरुआत इसी के साथ की और कहा कि यह कोविड-19 के मरीजों का पता भी लगा सकती है। वहीं दुनिया भर के वैज्ञानिकों का मानना है कि भारत की आरोग्य सेतु जैसी स्मार्टफोन एप्प के जरिए कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की पैरवी की है। उन्होंने कहा कि इससे महामारी को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है और दुनिया को लॉकडाउन (बंद) से बाहर निकालने में सहायता मिल सकती है, लेकिन प्रौद्योगिकी संचालित हस्तक्षेप से निजता संबंधी मसले हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रौद्योगिकी कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स के संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगाने में मदद कर सकती है जिससे स्वास्थ्य कर्मियों को संभावित मरीज की जांच कराके संक्रमण को आगे फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।
भारत में 18 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित
गौरतलब है कि देश में कोरोना से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 18 हजार 601 पार कर चुका है। देश में अब तक 3252 लोग ठीक हुए हैं जिसमें से 705 लोग कल ठीक हुए हैं जिसके बाद ठीक होने वालों का प्रतिशत बढ़कर 17.48 हो गया है। 24 घंटे में 1336 केस आए हैं जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 18601 हो गई है। वहीं अब तक भारत में 590 लोगों कीकोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने के बाद मौत हो चुकी हैं।