स्वास्थ्य मंत्रालय का ऐलान- दिव्यांग, बीमार लोगों को घर पर लगेगी वैक्सीन, कहीं पर आवेदन की जरूरत नहीं
नई दिल्ली, 23 सितंबर: कोरोना महामारी का कहर जारी है, जिस वजह से पिछले 24 घंटों में देश में 31 हजार केस सामने आए हैं। इसमें अधिकांश केस केरल और महाराष्ट्र से आए। हालांकि राहत भरी बात ये है कि लगातार 12वें हफ्ते में साप्तहिक पॉजिटिविटी रेट में गिरावट जारी है, जोकि 3 प्रतिशत से भी कम है। इसके अलावा देश में रिकवरी रेट 97.8 प्रतिशत पहुंच गया है।
कोरोना को लेकर गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि 18+ आबादी के 66 प्रतिशत को कोविड टीकों की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है। इसके अलावा 23 प्रतिशत 18+ अबादी ऐसी है, जिन्होंने दो डोज लगवा ली है। कुछ राज्यों के जबरदस्त काम की वजह से ये मुकाम हासिल हो पाया है। उन्होंने आगे कहा कि छह राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने अपनी आबादी के लिए पहली खुराक का 100% कवर किया है। इसमें लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान- निकोबार द्वीप समूह और सिक्किम शामिल हैं। वहीं दादरा और नगर हवेली, केरल, लद्दाख और उत्तराखंड ने 90 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक दे दी है।
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देश में बहुत से लोग उम्र, बीमारी, विकलांगता आदि के चलते स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने नहीं जा पा रहे हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन्हें घर पर ही टीका लगाने का ऐलान किया है। पीसी के दौरान नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि जो लोग टीका केंद्र आने में सक्षम नहीं हैं, उनको घर पर ही वैक्सीन देने का प्रावधान किया जाएगा। इसके लिए कहीं पर भी आवेदन की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमें विश्वास है कि हमारा टीका सुरक्षित है और टीकों को घर तक ले जाने के लिए हम जो प्रणाली लाएंगे वो सुरक्षित, प्रभावी, पोषण और सहायक होगी। इसमें एसओपी का पालन किया जाएगा। इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है, जिसमें स्थानीय टीमें भाग लेंगी।