'आरएसएस के बारे में राहुल गांधी की सभी बातें सौ आने सच', कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर का सियासी हमला
Manickam Tagore: कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि सच बोलने पर राहुल गांधी पर हमला करने की जगह प्रधानमंत्री मोदी को जवाब देना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
ब्रिटेन की राजधानी लंदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद जहां भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है वहीं कांग्रेस पार्टी भी बचाव में उतर गई है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने राहुल गांधी के आरएसएस के खिलाफ की गई टिप्पणी का समर्थन किया है और उसे सही ठहराया है। मणिकम टैगोर ने कहा कि आरएसएस के बारे में राहुल गांधी ने जो जितनी भी बातें कही हैं वह सौ आने सच है। आरएसएस ने कभी स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया, कभी लोगों के लिए काम नहीं किया। उन्होंने हमेशा लोगों को धर्म, जाति और भाषा के आधार पर बांटने की कोशिश की। आरएसएस लोगों को बांटता है। कांग्रेस चाहती है कि भारत अखंड रहे।
आरएसएस
ने
राहुल
गांधी
को
दी
सलाह
वहीं
आरएसएस
के
महासचिव
दत्तात्रेय
होसबोले
ने
मंगलवार
को
कांग्रेस
नेता
द्वारा
अपने
हालिया
भाषणों
में
बार-बार
संगठन
पर
निशाना
साधने
के
बाद
कहा
कि
राहुल
गांधी
को
और
अधिक
जिम्मेदारी
से
बोलना
चाहिए
और
समाज
में
संघ
की
स्वीकार्यता
की
वास्तविकता
को
देखना
चाहिए।
राहुल
के
बयान
पर
दोनों
सदनों
में
हंगामा
बता
दें
कि
आज
एक
बार
फिर
ब्रिटेन
में
राहुल
गांधी
की
लोकतंत्र
पर
हमले
वाली
टिप्पणी
को
लेकर
लोकसभा
और
राज्यसभा
में
हंगामे
के
बाद
दूसरे
दिन
मंगलवार
को
संसदीय
कार्यवाही
ठप
हो
गई,
भारतीय
जनता
पार्टी
के
वरिष्ठ
मंत्रियों
ने
टिप्पणियों
पर
माफी
मांगने
की
मांग
की
और
कांग्रेस
ने
इसका
जवाब
दिया।
बहरहाल, कांग्रेस सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा जिसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। गांधी ने हाल ही में लंदन में आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र की संरचनाओं पर क्रूर हमला हो रहा है और देश की संस्थाओं पर व्यापक हमला हो रहा है।
गांधी से उनकी टिप्पणी के लिए माफी की मांग करते हुए, सत्तारूढ़ भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने भारत को बदनाम करने की कोशिश की है।
पीयूष
गोयल
ने
गांधी
का
नाम
लिए
बिना
साधा
निशाना
राज्यसभा
में,
सदन
के
नेता
और
केंद्रीय
मंत्री
पीयूष
गोयल
ने
गांधी
का
नाम
लिए
बिना
आरोप
लगाया
कि
उन्होंने
संसद
और
संवैधानिक
संस्थानों
का
अपमान
किया
है
और
कहा
कि
उन्हें
माफी
मांगनी
चाहिए।
इसके
परिणामस्वरूप
कांग्रेस
के
नेतृत्व
में
विपक्षी
सदस्यों
ने
विरोध
किया,
जिन्होंने
सरकार
के
खिलाफ
नारे
लगाए।
गोयल ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सदन को बताया कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों संसद का हिस्सा हैं, जिनका अपमान किया गया है। मुझे लगता है कि यह पहली बार है कि पूरी संसद का अपमान किया गया है।