'ऑक्सीजन' वाले बयान पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ केसी वेणुगोपाल ने पेश किया विशेषाधिकार प्रस्ताव
नई दिल्ली, 22 जुलाई। देश में कोरोना महामारी की वजह से कई अस्पतालों में बेड की कमी, ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की कमी देखने को मिली थी। कई राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत की वजह से सरकार को आपात ऑक्सीजन ट्रेन तक चलानी पड़ गई थी। लेकिन संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने बयान दिया था कि देश में ऑक्सीजन की किल्लत से किसी की मृत्यु नहीं हुई है। सरकार की ओर से संसद में दिए गए इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ और विपक्ष ने सरकार पर तीखा हमला बोला। लेकिन अब कांग्रेस के सांसद केसी वेणुगोपाल ने स्वास्थ्य राज्य मंत्री के इस जवाब के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री के ऑक्सजीन वाले बयान पर लगातार हंगामा हो रहा है और इसको लेकर सियासी पारा भी काफी बढ़ गया है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की मौत होने की जानकारी नही दी है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई और यह 3095 मीट्रिक टन से बढ़कर 9000 मिट्रिक टन तक पहुंच गई थी।
सरकार की ओर से दिए गए इस बयान के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा तंज करते हुए ट्विटर पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट करके लिखा था कि सिर्फ ऑक्सीजन की कमी नहीं थी,संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी तब भी थी, आज भी है। वहीं केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मैं हैरान हूं कि सरकार कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत ही नहीं हुई। गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया गया है।