कांग्रेस नेता प्रियरंजन दास मुंशी का निधन, 8 सालों से थे कोमा में
72 साल के दासमुंशी पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के अहम नेताओं में से एक थे। 2008 में दासमुंशी संसदीय कार्य मंत्री थे जब उन्हें जबरदस्त दौरा पड़ा और वह लकवाग्रस्त हो गए
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियरंजन दासमुंशी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह करीब 8 सालों से कोमा में थे। अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक महीने से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी और उनकी मृत्यु आज दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर हुई। निधन के समय उनकी पत्नी और बेटे अस्पताल में मौजूद थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री को साल 2008 में आघात आया था और वह तब से अस्पताल में भर्ती थे।
72 साल के दासमुंशी पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के अहम नेताओं में से एक थे। 2008 में दासमुंशी संसदीय कार्य मंत्री थे जब उन्हें जबरदस्त दौरा पड़ा और वह लकवाग्रस्त हो गए। इसके चलते वह बोल पाने में भी पूरी तरह असमर्थ हो गए। उनके दिमाग के एक हिस्से में खून पहुंचना बंद हो गया था। हालांकि उनका शरीर काम कर रहा था लेकिन उन्हें कृत्रिम सांस दी जा रही थी। उनका सांस लेना, ब्लड प्रेशर, जागना-सोना प्रक्रिया सामान्य थी, लेकिन वह पूरी तरह होशोहवास में नहीं थे। बीमार पड़ने से पहले दासमुंशी ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) चला रहे थे।
प्रियरंजन कांग्रेस के लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते थे और उन्हें जब लकवा का दौरा पड़ा था तो वो बोल भी नहीं सकते थे। उनके मस्तिष्क में रक्त का स्त्राव भी नहीं हो पा रहा था, जिसके चलते उनके दिमाग पर भारी असर पड़ा था। खबरों के मुताबिक उनके शरीर के तंत्र ने काम करना बंद कर दिया था। हालांकि वह मशीन के सहारे सांस ले रहे थे, उनके गले से होते हुए पेट तक एक ट्रेचोस्टॉमी ट्यूब लगाई गई थी जिसके जरिए वह सांस ले रहे थे।
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